बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के अंग्रेजी विषय में 16 हजार 984 परीक्षार्थी शामिल हुए। इसमें माध्यमिक में दस हजार 704 और उच्च माध्यमिक में 6280 परीक्षार्थी शामिल हुए। जबकि अंग्रेजी विषय में 71 सौ सीटें है। वहीं सामाजिक विज्ञान में 15 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए। जबकि सामाजिक विज्ञान में पांच हजार सीटें रिक्त हैं। यह स्थिति कई विषयों में है। हर विषय में सीटों की संख्या की तुलना में दुगुना या तीन गुणा परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। बिहार बोर्ड से सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी की मानें तो कई विषयों में परीक्षार्थी की संख्या दुगुना और तीन गुणा तक है।
ज्ञात हो कि एसटीईटी में शामिल तो लाखों परीक्षार्थी हुए हैं, लेकिन शिक्षक बनने का मौका केवल मेधा सूची में शामिल अभ्यर्थियों को ही मिलेगा। बिहार बोर्ड ने एसटीईटी के रिजल्ट पैटर्न में बदलाव कर दिया है। अब उन्हीं अभ्यर्थी का चयन होगा जो बोर्ड की मेधा सूची में शामिल होंगे। मेधा सूची में वही शामिल होंगे जो संबंधित विषय की सीट के अनुसार न्यूनतम कटऑफ प्राप्त किये हों। न्यूनतम कटऑफ कोटि के अनुसार बोर्ड द्वारा पहले ही बता दिया गया है। सामान्य श्रेणी के लिए 50 फीसदी, अनूसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग के लिए 45 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है।
इन विषयों में इतनी सीटें हैं खाली
माध्यमिक (नौंवी और दसवीं)
विषय - सीटों की संख्या
अंग्रेजी - 5054
गणित - 5054
विज्ञान - 5054
सामाजिक विज्ञान - 5054
हिन्दी - तीन हजार
संस्कृत - 1054
उर्दू - एक हजार
उच्च माध्यमिक (11वीं और 12वीं)
विषय - सीटों की संख्या
अंग्रेजी - 2125
गणित - 2104
भौतिकी - 2384
रसायन शास्त्र - 2221
प्राणी शास्त्र - 723
वनस्पति शास्त्र - 835
कंप्यूटर साइंस - 1673