पटना. 71 हजार प्राथमिक स्कूलों में कक्षा एक से पांच
तक के लिए 63951 शिक्षकों की बहाली में डीएलएड (डिप्लोमा इन एलिमेंट्री
एजुकेशन) अभ्यर्थियों को प्राथमिकता मिलेगी।
डीएलएड की अनुपलब्धता और सीट रिक्त होने की स्थिति में ही बीएड और इसके समकक्ष प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के उप सचिव अराश्द फिरोज ने आदेश जारी कर दिया। आदेश की सूचना सभी जिलों को दे दी गई है, ताकि वहां से नियोजन इकाइयों को शिक्षक नियोजन के लिए मेधा सूची तैयार करने में डीएलएड को प्राथमिकता देनी है।
शिक्षा विभाग ने कहा है कि कक्षा 1 से 5 के लिए डीएलएड उत्तीर्ण और शिक्षा स्नातक दोनों तरह के प्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों की वरीयता सूची अलग-अलग तैयार करे। आदेश में कहा है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने इस साल 22 अगस्त को जारी अधिसूचना में कहा था कि एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएड (शिक्षा स्नातक) की उपाधि ली है, वे कक्षा एक से 5 तक पढ़ाने के लिए नियुक्त हो सकते हैं, लेकिन ऐसे अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्ष्ज्ञज्ञ में 6 माह का सेतु पाठ्यक्रम पूरा करना है। शिक्ष्ज्ञा स्नातक की उपाधि वाले अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक नियोजन के 6 माह के सेतु पाठ्यक्रम उत्तीर्ण होने की तिथि से वे प्रशिक्षित माने जाएंगे। जबकि दो वर्षीय प्रशिक्षण की योग्यता वाले अभ्यर्थी नियुक्ति तिथि से ही प्रशिक्षित माने जाएंगे।
अभी तक प्रारंभिक स्कूलों के कुल 90763 शिक्षकों की बहाली के लिए यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि 1 से 5 कक्षा तक शिक्षक बहाली के लिए डीएलएड को प्राथमिकता मिलेगी। पिछले निर्देश के अनुसार डीएलएड और बीएड दोनों के लिए समान अवसर थे। नया आदेश जिलों को जाने के बाद अब कक्षा 6 से 8 तक 26811 शिक्षकों की बहाली में ही बीएड और इसके समकक्ष डिग्री वालों को मौका मिलेगा। पंचायत व अन्य नियोजन इकाइयों के माध्यम से शिक्षक बहाली की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को नियोजन इकाइयों के माध्यम से मार्च तक बहाली प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य दिया है।
जिलावार कक्षा एक से पांच तक शिक्षकों की रिक्ति
अररिया 1952, अरवल 538, औरंगाबाद 2328, बांका 2234, बेगूसराय 575, भागलपुर 1524, भोजपुर 2038, बक्सर 1377, गया 1759, गोपालगंज 890, जमुई 1552, जहानाबाद 557, कैमूर 1162, कटिहार 947, खगड़िया 722, किशनगंज 1747, लखीसराय 206, मधेपुरा 1941, मधुबनी 1262, मुंगेर 1150, मुजफ्फरपुर 4269, नालंदा 3540, नवादा 1484, पटना 1822, पूर्णिया 3170, रोहतास 2062, समस्तीपुर 3975, सारण 1370, शेखपुरा 511, सहरसा 459, शिवहर 179, सीतामढ़ी 1773, सीवान 1292, सुपौल 1345, वैशाली 1525 और पश्चिम चंपारण 2543
डीएलएड की अनुपलब्धता और सीट रिक्त होने की स्थिति में ही बीएड और इसके समकक्ष प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के उप सचिव अराश्द फिरोज ने आदेश जारी कर दिया। आदेश की सूचना सभी जिलों को दे दी गई है, ताकि वहां से नियोजन इकाइयों को शिक्षक नियोजन के लिए मेधा सूची तैयार करने में डीएलएड को प्राथमिकता देनी है।
शिक्षा विभाग ने कहा है कि कक्षा 1 से 5 के लिए डीएलएड उत्तीर्ण और शिक्षा स्नातक दोनों तरह के प्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों की वरीयता सूची अलग-अलग तैयार करे। आदेश में कहा है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने इस साल 22 अगस्त को जारी अधिसूचना में कहा था कि एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएड (शिक्षा स्नातक) की उपाधि ली है, वे कक्षा एक से 5 तक पढ़ाने के लिए नियुक्त हो सकते हैं, लेकिन ऐसे अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्ष्ज्ञज्ञ में 6 माह का सेतु पाठ्यक्रम पूरा करना है। शिक्ष्ज्ञा स्नातक की उपाधि वाले अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक नियोजन के 6 माह के सेतु पाठ्यक्रम उत्तीर्ण होने की तिथि से वे प्रशिक्षित माने जाएंगे। जबकि दो वर्षीय प्रशिक्षण की योग्यता वाले अभ्यर्थी नियुक्ति तिथि से ही प्रशिक्षित माने जाएंगे।
अभी तक प्रारंभिक स्कूलों के कुल 90763 शिक्षकों की बहाली के लिए यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि 1 से 5 कक्षा तक शिक्षक बहाली के लिए डीएलएड को प्राथमिकता मिलेगी। पिछले निर्देश के अनुसार डीएलएड और बीएड दोनों के लिए समान अवसर थे। नया आदेश जिलों को जाने के बाद अब कक्षा 6 से 8 तक 26811 शिक्षकों की बहाली में ही बीएड और इसके समकक्ष डिग्री वालों को मौका मिलेगा। पंचायत व अन्य नियोजन इकाइयों के माध्यम से शिक्षक बहाली की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को नियोजन इकाइयों के माध्यम से मार्च तक बहाली प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य दिया है।
जिलावार कक्षा एक से पांच तक शिक्षकों की रिक्ति
अररिया 1952, अरवल 538, औरंगाबाद 2328, बांका 2234, बेगूसराय 575, भागलपुर 1524, भोजपुर 2038, बक्सर 1377, गया 1759, गोपालगंज 890, जमुई 1552, जहानाबाद 557, कैमूर 1162, कटिहार 947, खगड़िया 722, किशनगंज 1747, लखीसराय 206, मधेपुरा 1941, मधुबनी 1262, मुंगेर 1150, मुजफ्फरपुर 4269, नालंदा 3540, नवादा 1484, पटना 1822, पूर्णिया 3170, रोहतास 2062, समस्तीपुर 3975, सारण 1370, शेखपुरा 511, सहरसा 459, शिवहर 179, सीतामढ़ी 1773, सीवान 1292, सुपौल 1345, वैशाली 1525 और पश्चिम चंपारण 2543