मुजफ्फरपुर। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा जैसे महापर्व के मौके पर उच्च
विद्यालय के पुराने शिक्षकों को वेतन नहीं मिला। शिक्षा विभाग के वरीय
अधिकारियों ने दुर्गा पूजा के दौरान ही शिक्षकों को वेतन देने का सख्त आदेश
दिया था, लेकिन इसके बाद भी शिक्षक वेतन के इंतजार में हैं।
इसको लेकर शुक्रवार को नाराज शिक्षकों ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना के कार्यालय में ताला जड़ दिया और घेराबंदी कर कार्यालय के सामने शिक्षक धरना पर बैठे गए। शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष राम किंकर ठाकुर जिला सचिव उमाशंकर ठाकुर व अन्य शिक्षक डीपीओ से वार्ता के लिए पहुंचे तो दोनों के बीच नोकझोंक हो गई। जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब वरीय अधिकारियों का आदेश है कि पदाधिकारी व कर्मचारी से पहले शिक्षकों के वेतन का भुगतान होगा, तो अधिकारी और कर्मियों को कैसे पहले वेतन मिल गया। इस पर डीपीओ अब्दुल सलाम अंसारी ने इंटरनेट की समस्या के कारण वेतन रुकने की बात कही। उन्होंने सोमवार तक सभी शिक्षकों को वेतन भुगतान हो जाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद शिक्षक माने। मौके पर संघ के रत्नेश्वर प्रसाद सिंह, अरूण चौधरी, संजय कुमार, पीआरओ अमित कुमार, मनोरंजन कुमार, प्रमोद कुमार, अमरेश कुमार, रवीश कुमार, सरोज कुमार, विश्वबंधु, नरेन्द्र कुमार, शैलेश कुमार, भरत आदि शामिल थे। गैर कानूनी तरीके से शिक्षकों का हो रहा तबादला : गायघाट प्रखंड में कार्यरत 14 शिक्षकों के गैर कानूनी तरीके से किए गए सामूहिक तबादले से खफा शिक्षकों ने समाहरणालय पर शुक्रवार को धरना दिया। डीएम के नहीं मिलने पर शिक्षक शाम को अनशन पर बैठक गए। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले दर्जनों शिक्षकों ने गायघाट, मुशहरी व मड़वन के बीडीओ पर मनमानी का आरोप लगाया। शिक्षकों ने राम प्रसन्न सिंह उच्च विद्यालय के प्राचार्य का निलंबन वापस लेने की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि गायघाट में प्रखंड प्रमुख के इशारे पर बीडीओ ने गैरकानूनी तरीके से शिक्षकों का तबादला कर दिया है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देगी तो संघ लगातार आदोलन करने को विवश होगा। संघ के जतीन सहनी और हिमाशु शेखर ने कहा कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। अनशन स्थल पर शिक्षक गौतम बिहारी, राकेश कुमार सिंह समेत अन्य शामिल थे।
इसको लेकर शुक्रवार को नाराज शिक्षकों ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना के कार्यालय में ताला जड़ दिया और घेराबंदी कर कार्यालय के सामने शिक्षक धरना पर बैठे गए। शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष राम किंकर ठाकुर जिला सचिव उमाशंकर ठाकुर व अन्य शिक्षक डीपीओ से वार्ता के लिए पहुंचे तो दोनों के बीच नोकझोंक हो गई। जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब वरीय अधिकारियों का आदेश है कि पदाधिकारी व कर्मचारी से पहले शिक्षकों के वेतन का भुगतान होगा, तो अधिकारी और कर्मियों को कैसे पहले वेतन मिल गया। इस पर डीपीओ अब्दुल सलाम अंसारी ने इंटरनेट की समस्या के कारण वेतन रुकने की बात कही। उन्होंने सोमवार तक सभी शिक्षकों को वेतन भुगतान हो जाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद शिक्षक माने। मौके पर संघ के रत्नेश्वर प्रसाद सिंह, अरूण चौधरी, संजय कुमार, पीआरओ अमित कुमार, मनोरंजन कुमार, प्रमोद कुमार, अमरेश कुमार, रवीश कुमार, सरोज कुमार, विश्वबंधु, नरेन्द्र कुमार, शैलेश कुमार, भरत आदि शामिल थे। गैर कानूनी तरीके से शिक्षकों का हो रहा तबादला : गायघाट प्रखंड में कार्यरत 14 शिक्षकों के गैर कानूनी तरीके से किए गए सामूहिक तबादले से खफा शिक्षकों ने समाहरणालय पर शुक्रवार को धरना दिया। डीएम के नहीं मिलने पर शिक्षक शाम को अनशन पर बैठक गए। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले दर्जनों शिक्षकों ने गायघाट, मुशहरी व मड़वन के बीडीओ पर मनमानी का आरोप लगाया। शिक्षकों ने राम प्रसन्न सिंह उच्च विद्यालय के प्राचार्य का निलंबन वापस लेने की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि गायघाट में प्रखंड प्रमुख के इशारे पर बीडीओ ने गैरकानूनी तरीके से शिक्षकों का तबादला कर दिया है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देगी तो संघ लगातार आदोलन करने को विवश होगा। संघ के जतीन सहनी और हिमाशु शेखर ने कहा कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। अनशन स्थल पर शिक्षक गौतम बिहारी, राकेश कुमार सिंह समेत अन्य शामिल थे।