रोहतास। फर्जी प्रमाण पत्र पर जिले में बहाल शिक्षकों के मामले में अब
लोकायुक्त भी सख्त दिखने लगा है। शिक्षक नियोजन में धांधली से जुड़े लंबित
जिले के मामलों में लोकायुक्त ने न तो फर्जी शिक्षकों पर कोई रहम करने की
स्थिति में दिख रहा है, न नियोजन इकाई पर।
उसके आदेश पर फिलहाल जिले के चार शिक्षकों का बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। यदि कार्रवाई करने में इकाई कोई हिलाहवाली करती है, तो उसके पदाधिकारी पर भी गाज गिर सकती है। शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना ने जिन शिक्षकों को सेवामुक्त करने के लिए संबंधित नियोजन इकाई के सदस्य सचिव को पत्र भेज प्रतिवेदन की मांग की है, उसमें संझौली के दो, जबकि काराकाट, सूर्यपुरा व दावथ प्रखंड से एक-एक शिक्षक शामिल हैं।
डीपीओ के मुताबिक नियोजन इकाइयों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र बहाल किए गए शिक्षकों से संबंधित कई मामले लोकायुक्त के यहां लंबित है। जिसमें लोकायुक्त के यहां से संबंधित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच व कार्रवाई प्रतिवेदन की मांग की गई है।जांच में जिन शिक्षकों के प्रमाण पत्र जाली पाए गए हैं, उसमें सूर्यपुरा प्रखंड के मध्य विद्यालय सूर्यपुरा के प्रदीप कुमार, काराकाट प्रखंड के मध्य विद्यालय कुरूर के अरविद कुमार दूबे, संझौली प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्याल खैरा भुतहां के विक्रमा कुमार शर्मा व इसी प्रखंड की अमैठी पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बरौली की सुमित्रा देवी व दावथ प्रखंड के मध्य विद्यालय के परमडीह की सरिता कुमारी शामिल हैं। इन शिक्षकों को पत्र प्राप्ति के तीन दिन के अंदर सेवामुक्त कर प्रतिवेदन की मांग की गई है। साथ ही उनके द्वारा धोखाधड़ी करने के आरोप में स्पष्टीकरण पूछते हुए शिक्षक व इकाई के पदाधिकारी पर प्राथमिकी दर्ज करने को भी कहा गया है।
डीपीओ ने कहा कि प्रदीप कुमार का नियोजन बीएससी के प्रमाण पत्र पर हुआ है, जबकि उनकी योग्यता स्नातक विज्ञान की नहीं है। वहीं अरविद कुमार दूबे का नियोजन अमान्य संस्था उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली के सर्टिफिकेट पर इकाई ने किया है। जबकि विक्रम कुमार शर्मा ने गलत जाति प्रमाण संलग्न कर शिक्षक की नौकरी पाई है। संझौली प्रखंड के अमैठी पंचायत में बहाल पंचायत शिक्षिका सुमित्रा देवी की उम्र अधिक व दावथ प्रखंड के परमडीह स्कूल की महिला शिक्षक सरिता कुमारी का मैट्रिक व इंटर का प्रमाण पत्र जांच में जाली पाए गए हैं। इन सभी शिक्षकों से संबंधित मामले लोकायुक्त के यहां लंबित है। कहते हैं अधिकारी :
फर्जी सर्टिफिकेट या गलत तरीके से बहाल शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग सरकार व कोर्ट के आदेश को हर हाल में पालन करेगी। आदेश का अनुपालन नहीं करने वाली इकाई भी नियम के आलोक में उचित कार्रवाई की जाएगी। विभागीय निर्देश के बाद भी अब तक शिक्षक नियोजन से संबंधित फोल्डर उपलब्ध व चिन्हित शिक्षकों के विरुद्ध सेवामुक्त की कार्रवाई नहीं करने वाले इकाई के पदाधिकारी भी नहीं छोड़े जाएंगे। वरीय अधिकारी के आदेश के आलोक में उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
प्रेमचंद, डीईओ रोहतास
उसके आदेश पर फिलहाल जिले के चार शिक्षकों का बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। यदि कार्रवाई करने में इकाई कोई हिलाहवाली करती है, तो उसके पदाधिकारी पर भी गाज गिर सकती है। शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना ने जिन शिक्षकों को सेवामुक्त करने के लिए संबंधित नियोजन इकाई के सदस्य सचिव को पत्र भेज प्रतिवेदन की मांग की है, उसमें संझौली के दो, जबकि काराकाट, सूर्यपुरा व दावथ प्रखंड से एक-एक शिक्षक शामिल हैं।
डीपीओ के मुताबिक नियोजन इकाइयों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र बहाल किए गए शिक्षकों से संबंधित कई मामले लोकायुक्त के यहां लंबित है। जिसमें लोकायुक्त के यहां से संबंधित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच व कार्रवाई प्रतिवेदन की मांग की गई है।जांच में जिन शिक्षकों के प्रमाण पत्र जाली पाए गए हैं, उसमें सूर्यपुरा प्रखंड के मध्य विद्यालय सूर्यपुरा के प्रदीप कुमार, काराकाट प्रखंड के मध्य विद्यालय कुरूर के अरविद कुमार दूबे, संझौली प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्याल खैरा भुतहां के विक्रमा कुमार शर्मा व इसी प्रखंड की अमैठी पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बरौली की सुमित्रा देवी व दावथ प्रखंड के मध्य विद्यालय के परमडीह की सरिता कुमारी शामिल हैं। इन शिक्षकों को पत्र प्राप्ति के तीन दिन के अंदर सेवामुक्त कर प्रतिवेदन की मांग की गई है। साथ ही उनके द्वारा धोखाधड़ी करने के आरोप में स्पष्टीकरण पूछते हुए शिक्षक व इकाई के पदाधिकारी पर प्राथमिकी दर्ज करने को भी कहा गया है।
डीपीओ ने कहा कि प्रदीप कुमार का नियोजन बीएससी के प्रमाण पत्र पर हुआ है, जबकि उनकी योग्यता स्नातक विज्ञान की नहीं है। वहीं अरविद कुमार दूबे का नियोजन अमान्य संस्था उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली के सर्टिफिकेट पर इकाई ने किया है। जबकि विक्रम कुमार शर्मा ने गलत जाति प्रमाण संलग्न कर शिक्षक की नौकरी पाई है। संझौली प्रखंड के अमैठी पंचायत में बहाल पंचायत शिक्षिका सुमित्रा देवी की उम्र अधिक व दावथ प्रखंड के परमडीह स्कूल की महिला शिक्षक सरिता कुमारी का मैट्रिक व इंटर का प्रमाण पत्र जांच में जाली पाए गए हैं। इन सभी शिक्षकों से संबंधित मामले लोकायुक्त के यहां लंबित है। कहते हैं अधिकारी :
फर्जी सर्टिफिकेट या गलत तरीके से बहाल शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग सरकार व कोर्ट के आदेश को हर हाल में पालन करेगी। आदेश का अनुपालन नहीं करने वाली इकाई भी नियम के आलोक में उचित कार्रवाई की जाएगी। विभागीय निर्देश के बाद भी अब तक शिक्षक नियोजन से संबंधित फोल्डर उपलब्ध व चिन्हित शिक्षकों के विरुद्ध सेवामुक्त की कार्रवाई नहीं करने वाले इकाई के पदाधिकारी भी नहीं छोड़े जाएंगे। वरीय अधिकारी के आदेश के आलोक में उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
प्रेमचंद, डीईओ रोहतास