सीवान| जिले के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में पदस्थापित 9200 शिक्षकों का
वेतन भुगतान बुधवार को भी निगेटिव सूची तैयार नहीं होने के कारण नहीं हुआ।
वेतन भुगतान की बात तो दूर सूची को बैंक भी नहीं भेजा गया है। जबकि बैंक
भेजने के बाद भी कम से कम दो दिनों का समय लगता है।
इसके बाद ही शिक्षकों के खाते में राशि जाती है। जबकि तीन दिन से स्थापना शाखा के कर्मचारी निगेटिव सूची तैयार कर रहे है। लेकिन यह सूची बुधवार की शाम तक भी तैयार नहीं हुआ था। इसी सूची में इस बात का जिक्र रहता है कि किस शिक्षक को कितनी राशि का भुगतान करना है। बैंक उसी सूची के अनुसार, शिक्षकों के खाते में भुगतान करता है। शिक्षकों का आरोप है कि हेडमास्टर हर माह के अंतिम सप्ताह में बीआरसी में निगेटिव सूची भेज देते है। बीआरसी से भी बीईओ हर माह स्थापना शाखा में निगेटिव सूची भेज देते है। लेकिन स्थापना शाखा में इसे समय पर समेकित नहीं किया जाता है। जब वेतन मद में आवंटन स्थापना शाखा में आ जाता है। उस दौरान निगेटिव सूची तैयार करने में लगते है। इससे अनावश्यक रूप से वेतन भुगतान करने में तीन से पांच दिन का समय ज्यादा लगता है। जबकि पहले से इसे तैयार किया जाता तो राशि मिलने के साथ ही उसे बैंक भेज दिया जाता। इससे शिक्षकों काे जल्द वेतन भुगतान हो जाता। इधर शिक्षकों का तीन माह से वेतन बकाया है। लेकिन विभाग ने अक्टूबर व नवम्बर माह के लिए ही आवंटन दिया है। अगर दो माह का वेतन मिल भी जाएगा तो शिक्षकों का दिसम्बर माह माह वेतन लम्बित हो जाएगा। इधर, समय पर वेतन भुगतान नहीं होने शिक्षकों के बीच नाराजगी है।
इसके बाद ही शिक्षकों के खाते में राशि जाती है। जबकि तीन दिन से स्थापना शाखा के कर्मचारी निगेटिव सूची तैयार कर रहे है। लेकिन यह सूची बुधवार की शाम तक भी तैयार नहीं हुआ था। इसी सूची में इस बात का जिक्र रहता है कि किस शिक्षक को कितनी राशि का भुगतान करना है। बैंक उसी सूची के अनुसार, शिक्षकों के खाते में भुगतान करता है। शिक्षकों का आरोप है कि हेडमास्टर हर माह के अंतिम सप्ताह में बीआरसी में निगेटिव सूची भेज देते है। बीआरसी से भी बीईओ हर माह स्थापना शाखा में निगेटिव सूची भेज देते है। लेकिन स्थापना शाखा में इसे समय पर समेकित नहीं किया जाता है। जब वेतन मद में आवंटन स्थापना शाखा में आ जाता है। उस दौरान निगेटिव सूची तैयार करने में लगते है। इससे अनावश्यक रूप से वेतन भुगतान करने में तीन से पांच दिन का समय ज्यादा लगता है। जबकि पहले से इसे तैयार किया जाता तो राशि मिलने के साथ ही उसे बैंक भेज दिया जाता। इससे शिक्षकों काे जल्द वेतन भुगतान हो जाता। इधर शिक्षकों का तीन माह से वेतन बकाया है। लेकिन विभाग ने अक्टूबर व नवम्बर माह के लिए ही आवंटन दिया है। अगर दो माह का वेतन मिल भी जाएगा तो शिक्षकों का दिसम्बर माह माह वेतन लम्बित हो जाएगा। इधर, समय पर वेतन भुगतान नहीं होने शिक्षकों के बीच नाराजगी है।