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प्राइमरी स्कूलों के 11 हजार शिक्षकों काे नहीं मिला दो माह से वेतन

जिले के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में पदस्थापित शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इसकी संख्या 11 हजार है। इससे शिक्षकों की आर्थिक परेशानी बढ़ गई है। सर्व शिक्षा अभियान मद से वेतन मिलने वाले शिक्षकों की संख्या 9200 है। जबकि अन्य शिक्षकों को जीओबी मद से मिलता है।
एसएसए मद से दो माह से वेतन नहीं मिला है। जबकि जीओबी मद से एक माह से वेतन नहीं मिला है। लेकिन एसएसए मद से दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई। अभी वेतन मिलने की आसार भी नहीं दिख रहा है। कारण कि अभी सर्व शिक्षा अभियान ने राशि ही जारी नहीं की है। अब कई शिक्षकों के घर आर्थिक परेशानी उत्पन्न हो गई है। फिलहाल रवि फसल की बुआई चल रही है। इससे खेती करने वाले शिक्षकों काे रुपए की जरुरत है। ताकि वे खेती के लिए भी खाद की खरीददारी कर सके। लेकिन वेतन नहीं मिलने से उन्हें कर्ज लेना पड़ रहा है। एसएसए मद से अक्टूबर व नवम्बर माह का वेतन बकाया है। शिक्षक नेता मंगल कुमार साह व टीईटी शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने जल्द वेतन भुगतान की मांग की है।

शिक्षा विभाग का स्थापना शाखा।

पचरुखी के भी 650 शिक्षक प्रभावित

इधर, पचरुखी प्रखंड के विद्यालयों मे कार्यरत लगभग साढ़े छह सौ नियोजित शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ पचरुखी के सचिव जयप्रकाश सिंह ने बताया कि जीओबी मद से वेतन प्राप्त करने वाले शिक्षकों को एक माह जबकि एसएसए मद से वेतन प्राप्त करने वाले शिक्षकों को दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है। जिसके चलते शिक्षकों को परिवार चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षक परेशान हो रहे हैं। यदि जल्द वेतन भुगतान नहीं होता है तो शिक्षकों की परेशानियां बढ़ जाएगी। वहीं शिक्षक नेता अमृतेश कुमार दुबे ने बताया कि दो माह से वेतन नहीं मिलने से घोर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।खेतीबारी का मौसम है।पैसे के अभाव में गेहूं की बुआई नहीं हो पा रही हैं।

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