पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में टीईटी (शिक्षक पात्रता
परीक्षा) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए यह अच्छी खबर है। सरकार ने टीईटी की
पात्रता अवधि में विस्तार का फैसला किया है। शनिवeर को शिक्षा मंत्री
कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने इसकी घोषणा की।
उन्होंने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि टीईटी में सफल अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक नियुक्ति का मामला लंबित है। न्यायालय के निर्णय आने के बाद बिहार में शिक्षकों के खाली करीब डेढ़ लाख पदों को नियुक्ति प्रक्रिया से भरा जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि टीईटी की पात्रता अवधि सात साल निर्धारित है। इस प्रकार वर्ष 2011 में टीईटी में सफल अभ्यर्थियों की शिक्षक नियुक्ति की पात्रता की अवधि दिसम्बर में खत्म होने वाली है। इससे टीईटी सफल अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है।
हम टीईटी की पात्रता अवधि को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं और इस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। 2016 में भी टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी शिक्षक नियुक्ति का इंतजार है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक नियुक्ति का मामला लंबित है और इस पर फैसला आने के बाद भारी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
जल्द कार्य आरंभ करेगा बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग
शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने बताया कि 2005 के बाद बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चहुमुखी विकास के लिए जो कार्य कर रहे हैं और जो उपलब्धियां हासिल हुई हैं, उसके लिए गत दिनों दिल्ली में उपराष्ट्रपति के हाथों से बिहार सरकार को अवार्ड दिया गया है।
प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कार्य से उपलब्धियां हासिल हुई हैं, यह बिहार का सम्मान है। अभी बेसिक व माध्यमिक के अलावा उच्च शिक्षा में बहुत काम करना है। बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग जल्द ही अस्तित्व में आएगा और कॉलेज शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ करने पर काम भी करेगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी चल रही है।
उन्होंने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि टीईटी में सफल अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक नियुक्ति का मामला लंबित है। न्यायालय के निर्णय आने के बाद बिहार में शिक्षकों के खाली करीब डेढ़ लाख पदों को नियुक्ति प्रक्रिया से भरा जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि टीईटी की पात्रता अवधि सात साल निर्धारित है। इस प्रकार वर्ष 2011 में टीईटी में सफल अभ्यर्थियों की शिक्षक नियुक्ति की पात्रता की अवधि दिसम्बर में खत्म होने वाली है। इससे टीईटी सफल अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है।
हम टीईटी की पात्रता अवधि को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं और इस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। 2016 में भी टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी शिक्षक नियुक्ति का इंतजार है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक नियुक्ति का मामला लंबित है और इस पर फैसला आने के बाद भारी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
जल्द कार्य आरंभ करेगा बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग
शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने बताया कि 2005 के बाद बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चहुमुखी विकास के लिए जो कार्य कर रहे हैं और जो उपलब्धियां हासिल हुई हैं, उसके लिए गत दिनों दिल्ली में उपराष्ट्रपति के हाथों से बिहार सरकार को अवार्ड दिया गया है।
प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कार्य से उपलब्धियां हासिल हुई हैं, यह बिहार का सम्मान है। अभी बेसिक व माध्यमिक के अलावा उच्च शिक्षा में बहुत काम करना है। बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग जल्द ही अस्तित्व में आएगा और कॉलेज शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ करने पर काम भी करेगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी चल रही है।