भोजपुर। पीरो अनुमंडल सहित जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्यरत
नियोजित शिक्षकों को पिछले जुलाई माह के बाद वेतन का भुगतान नहीं किया गया
है जिससे इन शिक्षकों के सामने भूखे मरने की नौबत आ
खड़ी हुई है। इन
शिक्षकों की छठ, दीपावली जैसे त्योहार तो फकाकस्सी में गुजर गए अब होली
जैसा महत्वपूर्ण त्योहार सामने है पर वेतन का कही कोई अता पता नहीं है। ऐसे
में नियोजित शिक्षकों को यह ¨चता सताने लगी है कि होली का त्योहार भी सूखे
में न मनाना पडे़ । सबसे विकेट स्थिति तो उन नियोजित शिक्षकों के सामने है
जो पूरी तरह वेतन के पैसे पर निर्भर है । पिछले छह महीने से वेतन नहीं
मिलने के कारण ऐसे शिक्षकों पर राशन, दूध, किराना सहित अन्य कई तरह की
देनदारी बढ़ती जा रही है । कुछ दुकानदारों ने तो ऐसे शिक्षकों को आगे उधार
सामान देना बंद कर दिया है जिससे इनके सामने भूखे दिन गुजारने की स्थिति
उत्पन्न हो गयी है। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष गोरख नाथ
¨सह उर्फ अरूण कुमार ¨सह बताते हैं कि वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट
झेल रहे सूबे के कई नियोजित शिक्षकों को समुचित ईलाज के अभाव में अपनी जान
भी गंवानी पडी है लेकिन राज्य सरकार इस मामले में संवेदनहीन बनी हुई है।
संघ के नेताओं ने कहा कि सरकार तत्काल नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान
सुनिश्चित करें अन्यथा उनके सब्र का बांध कभी भी टूट सकता है।
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