भोजपुर। जिलास्तरीय आधा दर्जन शिक्षक संघों की एक बैठक स्थानीय रमना मैदान
में आयोजित की गई। जिसमें शामिल प्रारम्भिक शिक्षक संघ गोप गुट, बिहार
राज्य प्रारम्भिक शिक्षक संघ, परिवर्तनकारी शिक्षक संघ, बिहार पंचायत नगर
प्रारम्भिक शिक्षक संघ, टी.एस.एस. संघ एवं नियोजित शिक्षक न्याय मोर्चा के
प्रतिनिधियों ने
संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा का विधिवत गठन करते हुए एकजुट आंदोलन का शंखनाद किया। बैठक की संयुक्त रूप से अध्यक्षता करते हुए शिक्षक नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार पटना उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं कर रही है,जिसके खिलाफ बिहार के तमाम शिक्षक गोलबंद होकर सड़क से सदन तक अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघर्ष मोर्चा के हजारों शिक्षक आगामी 29 नवंबर को सरकार को मजबूर करने के लिए पटना प्रस्थान की तैयारी तेज कर दिया है। शिक्षक प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि बिहार में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा हासिल हो। शिक्षकों को शिक्षण कार्य के विपरित अन्य कार्यों में लगाया जा रहा है। बच्चों को समयानुसार किताब नहीं मिल रहा। शिक्षकों को वेतन के लिए जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण वेतनमान लेना है, ऐसे में हाईकोर्ट के फैसले ने हमारी लड़ाई को लगभग जीत के करीब पहुंचा दी है। वाकि के लिए सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ना है। बैठक में सभी प्रतिनिधियों ने अपनी प्रखंड इकाई के शिक्षकों को गोलबंद करने का निर्णय लिया। वहीं नियोजित शिक्षकों में आगामी 29 नवंबर को आकस्मिक अवकाश लेकर आंदोलन में हिस्सा लेने की सहमति बनी। वक्ता शिक्षक प्रतिनिधियों में राजाराम प्रियदर्शी, विष्णुशंकर ¨सह, पंकज कुमार ¨सह मंटू, गुप्तेश्वर पाठक, विजय कुमार आकाश, रंजन कुमार ¨सह के अलावे मनेाज कुमार किरण, राजेश ¨सह, देव कुमार ¨सह, धर्मेन्द्र प्रसाद, अनिरूद्ध ¨सह, मो. आफताब अहमद, ¨कग अभिषेक क्षत्रप, मो. असलम रजा, रवि कुमार, शैलेन्द्र ¨सह, निर्भय ¨सह, राजकुमार ¨सह, सारंगधर पाण्डेय, विनित श्रीवास्तव, विभूति नारायण शर्मा, सत्येन्द्र दुबे, उदय प्रताप, इन्दु श्रीवास्तव आदि थी।
संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा का विधिवत गठन करते हुए एकजुट आंदोलन का शंखनाद किया। बैठक की संयुक्त रूप से अध्यक्षता करते हुए शिक्षक नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार पटना उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं कर रही है,जिसके खिलाफ बिहार के तमाम शिक्षक गोलबंद होकर सड़क से सदन तक अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघर्ष मोर्चा के हजारों शिक्षक आगामी 29 नवंबर को सरकार को मजबूर करने के लिए पटना प्रस्थान की तैयारी तेज कर दिया है। शिक्षक प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि बिहार में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा हासिल हो। शिक्षकों को शिक्षण कार्य के विपरित अन्य कार्यों में लगाया जा रहा है। बच्चों को समयानुसार किताब नहीं मिल रहा। शिक्षकों को वेतन के लिए जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण वेतनमान लेना है, ऐसे में हाईकोर्ट के फैसले ने हमारी लड़ाई को लगभग जीत के करीब पहुंचा दी है। वाकि के लिए सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ना है। बैठक में सभी प्रतिनिधियों ने अपनी प्रखंड इकाई के शिक्षकों को गोलबंद करने का निर्णय लिया। वहीं नियोजित शिक्षकों में आगामी 29 नवंबर को आकस्मिक अवकाश लेकर आंदोलन में हिस्सा लेने की सहमति बनी। वक्ता शिक्षक प्रतिनिधियों में राजाराम प्रियदर्शी, विष्णुशंकर ¨सह, पंकज कुमार ¨सह मंटू, गुप्तेश्वर पाठक, विजय कुमार आकाश, रंजन कुमार ¨सह के अलावे मनेाज कुमार किरण, राजेश ¨सह, देव कुमार ¨सह, धर्मेन्द्र प्रसाद, अनिरूद्ध ¨सह, मो. आफताब अहमद, ¨कग अभिषेक क्षत्रप, मो. असलम रजा, रवि कुमार, शैलेन्द्र ¨सह, निर्भय ¨सह, राजकुमार ¨सह, सारंगधर पाण्डेय, विनित श्रीवास्तव, विभूति नारायण शर्मा, सत्येन्द्र दुबे, उदय प्रताप, इन्दु श्रीवास्तव आदि थी।