मुजफ्फरपुर । बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) के बैनर तले
शिक्षकों ने तीन सूत्री मागों के समर्थन में शनिवार को डीपीओ स्थापना
कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। प्रोन्नति व पदस्थापन का मामला जिला
स्थापना समिति की बैठक के बीच उलझने के कारण शिक्षक आक्रोशित हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचे। इसके बाद शिक्षक आक्रोशित हो गए, और 13 नवंबर को डीईओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना व तालाबंदी का फैसला लिया गया।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि 31 दिसंबर 2016 की योग्यता के आधार पर शिक्षकों की प्रधानाध्यापक व स्नातक पद पर प्रोन्नति 10 महीने से शिक्षा अधिकारियों ने लंबित रखा है। अंतिम वरीयता सूची का प्रकाशन भी 17 सितंबर 2017 को हो चुका है। इसी तरह पूर्व में प्रोन्नत प्रधानाध्यापकों के मामले में अपीलीय वाद की सुनवाई के बाद 60 शिक्षकों को नियमानुसार पदस्थापित करना है। नियोजित शिक्षकों के पिछले वित्तीय वर्ष के चार महीने का बकाया भुगतान अभी तक नहीं हो सका।
धरनास्थल पर डीपीओ स्थापना ने शिक्षक नेताओं से बातचीत की। कहा कि स्थापना समिति की बैठक को लेकर कार्रवाई चल रही है। 15 दिन पहले ही स्थापना समिति की बैठक के लिए फाइल डीईओ कार्यालय भेजी गई है। धरना सभा को संघ के अध्यक्ष श्याम नंदन सिंह, सचिव पवन कुमार, नागेंद्र राम, रामजी पर्वत, अनुनय कुमार, डॉ. पवन कुमार, अमरेंद्र कुमार, किशोर संजय, रजनीश कुमार, संजय कुमार, लोकमान्य, दिनेश सहनी, शत्रुघ्न कुमार, कन्हाई सिंह, उमेश कुमार, मनोज कुमार, सुधीर सहनी, आनंद मोहन शर्मा, अरविंद कुमार, रंजीत कुमार, गोपाल शर्मा, संयोग कुमार प्रेमी, अमानत अली आदि ने संबोधित किया।
वेतन भुगतान नहीं होने पर तालाबंदी की चेतावनी
उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है। छह महीने से वेतन भुगतान नहीं हुआ है। शिक्षकों ने छह माह से लंबित वेतन भुगतान को लेकर शनिवार को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय के समक्ष धरना दिया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही से वेतन भुगतान लंबित है। बिहार उत्क्रमित माध्यमिक शिक्षक मोर्चा के बैनर तले आयोजित धरने को संबोधित करते हुए शिक्षकों ने चेतावनी दी कि एक सप्ताह में समस्या का समाधान नहीं होता तो शिक्षक डीपीओ स्थापना कार्यालय में तालाबंदी करेंगे। धरने में अध्यक्ष भाग्यनारायण कुमार, महासचिव मनोज यादव, संयोजक मनीष चौधरी, शकर सिद्धार्थ, रामशकर साह, बंकेश कुमार , हरिओम कुमार, श्रीकात, मिथिलेश कुमार, रंजीत कुमार, नीति कुमारी , दीपक कुमार, मनोज कुमार , ईश्वर चंद्र झा, जावेद अख्तर, अभय कुमार व नागेश्वर कुमार आदि मौजूद थे।
जिला शिक्षा अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचे। इसके बाद शिक्षक आक्रोशित हो गए, और 13 नवंबर को डीईओ कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना व तालाबंदी का फैसला लिया गया।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि 31 दिसंबर 2016 की योग्यता के आधार पर शिक्षकों की प्रधानाध्यापक व स्नातक पद पर प्रोन्नति 10 महीने से शिक्षा अधिकारियों ने लंबित रखा है। अंतिम वरीयता सूची का प्रकाशन भी 17 सितंबर 2017 को हो चुका है। इसी तरह पूर्व में प्रोन्नत प्रधानाध्यापकों के मामले में अपीलीय वाद की सुनवाई के बाद 60 शिक्षकों को नियमानुसार पदस्थापित करना है। नियोजित शिक्षकों के पिछले वित्तीय वर्ष के चार महीने का बकाया भुगतान अभी तक नहीं हो सका।
धरनास्थल पर डीपीओ स्थापना ने शिक्षक नेताओं से बातचीत की। कहा कि स्थापना समिति की बैठक को लेकर कार्रवाई चल रही है। 15 दिन पहले ही स्थापना समिति की बैठक के लिए फाइल डीईओ कार्यालय भेजी गई है। धरना सभा को संघ के अध्यक्ष श्याम नंदन सिंह, सचिव पवन कुमार, नागेंद्र राम, रामजी पर्वत, अनुनय कुमार, डॉ. पवन कुमार, अमरेंद्र कुमार, किशोर संजय, रजनीश कुमार, संजय कुमार, लोकमान्य, दिनेश सहनी, शत्रुघ्न कुमार, कन्हाई सिंह, उमेश कुमार, मनोज कुमार, सुधीर सहनी, आनंद मोहन शर्मा, अरविंद कुमार, रंजीत कुमार, गोपाल शर्मा, संयोग कुमार प्रेमी, अमानत अली आदि ने संबोधित किया।
वेतन भुगतान नहीं होने पर तालाबंदी की चेतावनी
उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है। छह महीने से वेतन भुगतान नहीं हुआ है। शिक्षकों ने छह माह से लंबित वेतन भुगतान को लेकर शनिवार को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय के समक्ष धरना दिया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही से वेतन भुगतान लंबित है। बिहार उत्क्रमित माध्यमिक शिक्षक मोर्चा के बैनर तले आयोजित धरने को संबोधित करते हुए शिक्षकों ने चेतावनी दी कि एक सप्ताह में समस्या का समाधान नहीं होता तो शिक्षक डीपीओ स्थापना कार्यालय में तालाबंदी करेंगे। धरने में अध्यक्ष भाग्यनारायण कुमार, महासचिव मनोज यादव, संयोजक मनीष चौधरी, शकर सिद्धार्थ, रामशकर साह, बंकेश कुमार , हरिओम कुमार, श्रीकात, मिथिलेश कुमार, रंजीत कुमार, नीति कुमारी , दीपक कुमार, मनोज कुमार , ईश्वर चंद्र झा, जावेद अख्तर, अभय कुमार व नागेश्वर कुमार आदि मौजूद थे।