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दो गुट में बंटे शिक्षक, पठन-पाठन ठप

मधेपुरा। उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र के बीड़ी रणपाल पंचायत के मोहीमडीह गांव स्थित मध्य विद्यालय में शिक्षकों के बीच गुटीय विवाद के कारण व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
शिक्षकों के बीच अधिकारिक और व्यवहारिक प्रयास जारी है। इस बीच अधिकारिक जांच में सहायक शिक्षक द्वारा प्रधानाध्यापक को धमकाने का मामला गलत निकला है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(स्थापना) के निर्देश पर उदाकिशुनगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ¨बदेश्वरी प्रसाद साह ने उक्त स्कूल पहुंच कर मामले की जांच की। इससे पहले विद्यालय के प्रधानाध्यापक नवल किशोर गुप्ता ने वरीय अधिकारी को आवेदन देकर सहायक शिक्षक रमण कुमार शर्मा पर जान से मारने की धमकी और विद्यालय को अशांत करने का आरोप लगाया। प्रधानाध्यापक के शिकायत पर बीईओ ¨बदेश्वरी साह ने जांच में मामले को झूठा पाया। जांच रिपोर्ट कार्यक्रम पदाधिकारी को भेजा गया। जांच रिपोर्ट में उल्लेख है कि वरीय अधिकारी के निर्देश पर बीईओ स्कूल पहुंचे। स्कूल में बारी बारी से शिक्षकों से अधिकारी ने बात की। जांच के दौरान प्रधानाध्यापक के आरोप की पुष्टि नहीं हुई। हालांकि यह बात उभर कर सामने आया कि दैनिक उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर को लेकर प्रधानाध्यापक नवलकिशोर गुप्ता और सहायक शिक्षक रमण कुमार शर्मा के बीच कुछ कहा सुनी हुई। बात खत्म भी हो गई। बावजूद कि प्रधानाध्यापक मामले को तूल दे बैठे। जांच में यह उभर कर सामने आया कि आरोपी सहायक शिक्षक रमण कुमार शर्मा की पुत्र वधु चांदनी कुमारी उसी विद्यालय में सहायक शिक्षक है। घटना के दिन चांदनी कुमारी विद्यालय से कुछ पल के गायब हुई तो प्रधानाध्यापक ने उसके उपस्थिति वाले कॉलम में समय अंकित कर दिए। थोड़ी देर बाद पुन: विद्यालय लौटने पर चांदनी ने अपने उपस्थिति पंजी के कॉलम में समय अंकित भरा देख नाराज हो गई। इस बात को लेकर प्रधानाध्यापक और चांदनी कुमारी के बीच कहा सुनी हो ही रहा था कि उनके ससुर सहायक शिक्षक रमण शर्मा भी पहुंच गए। प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक चांदनी के बीच विवाद होता देख रमण शर्मा ने माहौल शांत कराने की कोशिश की। लेकिन जब रमण को पता चला कि उसकी पुत्रवधू सहायक शिक्षक चांदनी के साथ प्रधानाध्यापक ने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किए तो वह भी भावेश में आकर भला बुरा कह बैठे। अन्य शिक्षकों के हस्तक्षेप से मामला शांत पड़ गया। उसके बाद प्रधानाध्यापक ने रमण पर जान से मारने की धमकी देने और विद्यालय को अशांत करने का आरोप लगा बैठे। बीईओ के जांच में आरोप गलत निकला। इस दौरान संघीय नेताओं और कई वरीय शिक्षकों के साथ अधिकारी ने दोनों पक्ष के साथ सामंजस्य स्थापित कराने की कोशिश की।लेकिन प्रधानाध्यापक ने मध्यस्थता करने वालों से आगे का वक्त मांग लिया। हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारी जल्द मामला सुलझाने का दावा किया है। बीईओ ने रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि स्कूल के शिक्षक दो गुटो में बंटे हुए हैं। जिस कारण विद्यालय में विधि व्यवस्था और पठन पाठन की समस्या है। इस वजह से सरकारी आदेश का पालन नहीं हो पा रहा होता।
- शिक्षकों के बीच के विवाद को खत्म कराने के प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही शिक्षकों के बीच सामंजस्य स्थापित हो जाएगा।
¨बदेश्वरी प्रसाद साह
बीईओ

उदाकिशुनगंज मधेपुरा

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