चतरा : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने शनिवार को जिला शिक्षा शिक्षा
अधीक्षक (डीएसइ) कार्यालय के समीप धरना दिया। एक दिवसीय धरना का नेतृत्व
संघ का जिलाध्यक्ष विपिन कुमार ¨सह कर रहे थे।
धरना को संबोधित करते हुए सचिव सच्चिदानंद ¨सह ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। शिक्षक संघ ने मांगों की ओर सरकार का ध्यान कई बार आकृष्ट कर चुकी है। लेकिन उसके बाद भी सरकार मांगों के प्रति असंवेदनशील बनी है। उन्होंने कहा कि 19 सूत्री मांगों के समर्थन में एक चरण का आंदोलन कर चुके हैं। परंतु मांगों पर किसी भी प्रकार का विचार नहीं हुआ। विवश होकर दूसरे चरण में धरना और प्रदर्शन के लिए शिक्षकों को बाध्य किया गया है। धरना समाप्ति से पूर्व मांगों का एक ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंपा गया। इसमें छठे वेतनमान में उत्क्रमित वेतनमान, प्रोन्नति के मामले का निष्पादन, अनुकंपा पर आए शिक्षकों को ए ग्रेड की स्वीकृति, उत्क्रमित मध्य विद्यालय में स्नातक प्रशिक्षित पदों की सृजित, राज्यकर्मियों के लिए स्वास्थ्य बीमा, शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से पूर्णत: मुक्त रखा जाए समेत अन्य मांग शामिल है। मौके पर प्रेस प्रवक्ता समीम ज्या, रमेश प्रसाद, जयंत तिवारी समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे।
धरना को संबोधित करते हुए सचिव सच्चिदानंद ¨सह ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। शिक्षक संघ ने मांगों की ओर सरकार का ध्यान कई बार आकृष्ट कर चुकी है। लेकिन उसके बाद भी सरकार मांगों के प्रति असंवेदनशील बनी है। उन्होंने कहा कि 19 सूत्री मांगों के समर्थन में एक चरण का आंदोलन कर चुके हैं। परंतु मांगों पर किसी भी प्रकार का विचार नहीं हुआ। विवश होकर दूसरे चरण में धरना और प्रदर्शन के लिए शिक्षकों को बाध्य किया गया है। धरना समाप्ति से पूर्व मांगों का एक ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंपा गया। इसमें छठे वेतनमान में उत्क्रमित वेतनमान, प्रोन्नति के मामले का निष्पादन, अनुकंपा पर आए शिक्षकों को ए ग्रेड की स्वीकृति, उत्क्रमित मध्य विद्यालय में स्नातक प्रशिक्षित पदों की सृजित, राज्यकर्मियों के लिए स्वास्थ्य बीमा, शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से पूर्णत: मुक्त रखा जाए समेत अन्य मांग शामिल है। मौके पर प्रेस प्रवक्ता समीम ज्या, रमेश प्रसाद, जयंत तिवारी समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे।