शिक्षक नहीं बहाल हुए तो 2018-20 के लिए नहीं मिलेगी मान्यता
पटना : पटना विश्वविद्यालय के दो टीचर ट्रेनिंग कॉलजों की मान्यता
अगले सत्र से खतरे में पड़ती दिखलायी पड़ रही है. एनसीटीई ने वेबसाइट पर
नोटिफिकेशन जारी कर अगले सत्र से मान्यता देने से इंकार किया है. उसका कहना
है कि अगर शिक्षक नहीं होंगे तो 2018-20 से दोनों ही ट्रेनिंग कॉलेजों की
मान्यता समाप्त कर दिया जायेगा और वे पढ़ा नहीं सकेंगे.
वहीं इस संबंध में कुलपति प्रो रास बिहारी सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष
भी एनसीटीई ने ऐसा कहा था लेकिन बाद में हमें मान्यता मिली और एडमिशन हुआ.
शिक्षक बहाली की प्रक्रिया चल रही है और जैसे ही बहाली होती है शिक्षक पीयू
को मिल जायेंगे. हालांकि एडहॉक शिक्षकों की लिस्ट वहां भेजी गयी थी और वे
वहां पढ़ा रहे हैं. शिक्षकों की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि पटना
ट्रेनिंग कॉलेज तीसरा सबसे पुराना ट्रेनिंग कॉलेज है और उसे मान्यता नहीं
मिलेगी तो क्या खगौल, बिहटा और बख्तियारपुर के कॉलेजों को मान्यता मिलेगी.
उन्होंने कहा कि एडमिशन से पहले कॉलेज को मान्यता मिल जायेगी. इसके
लिए विवि जो भी जरूरी कार्रवाई होगी करेगा. डीडीई के मान्यता के संबंध में
भी उन्होंने कहा कि मान्यता के लिए जो जरूरी कार्रवाई है वो की जा रही है
और जल्द ही डीडीई को मान्यता प्राप्त हो जायेगी.