शिक्षक दिवस के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शिक्षा पर
काफी काम हुआ है. स्कूलों से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या में भारी कमी
आई है. अब हमलोगों का फोकस क्वालिटी एजुकेशन पर है.
सीएम ने कहा कि बिहार का 20 फीसदी राशि शिक्षा पर खर्च होता है और कभी कभी यह पहुंचकर 24 फीसदी तक पहुंच जाता हैं. नियोजित शिक्षकों के लिए सेवा शर्त बन रही है लेकिन आप लोग भी बिहार के बच्चों का ख्याल रखें
उन्होंने कहा कि बालिका साइकिल और दूसरी योजनाओं से लड़कियों को काफी फायदा हुआ है. आज सरकारी स्कूलों में लड़के और लड़कियों की संख्या बराबर हो गई है. हमने देखा है कि लड़कियों को 12वीं तक पढ़ाने पर प्रजनन दर काफी कमी आई है.
सीएम ने शिक्षकों से कहा कि आप सिर्फ शिक्षा नहीं देते हैं बल्कि बिहार के विकास में भी बड़ा योगदान करते हैं. आपके उपर बिहार के विकास की बड़ी जिम्मेदारी है.पांच हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में आज उच्च माध्यिक स्कूल स्थापित किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है वो सिर्फ बच्चों का ख्याल रखें.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षकों के वेतन प्रति वर्ष लगभग 15 हजार करोड़ रुपए खर्च होता है जबकि शिक्षा का कुल बजट 25 हजार करोड़ रुपए है. बिहार की जनता गाढ़ी कमाई की राशि आपको वेतन के रुप में दिया जाता है तो आपका भी दायित्व को बेहतर तरीके से निर्वाह करें.
विज्ञान की शिक्षकों की कमी है. लिहाजा सरकार ने 1000 माध्यिक स्कूलों में ई-लर्निंग की व्यवस्था की दिशा में काम कर रही है.
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टीचरों का सम्मानित किया गया है. सम्मानित होने वाले शिक्षकों में अर्चना चौधरी, फरहत आरा बेगम, अवेधश पांडेय, रंभा सिन्हा, हफीज अनवर, ममता कुमारी, शोभानंद सिंह, पवन कुमार सिन्हा, विजेंद्र कुमार, नौशाया बेगम, मोहम्मद जहीर, कृष्ण चंद्र चौधरी, शोभा शर्मा आदि शामिल हैं.
सीएम ने कहा कि बिहार का 20 फीसदी राशि शिक्षा पर खर्च होता है और कभी कभी यह पहुंचकर 24 फीसदी तक पहुंच जाता हैं. नियोजित शिक्षकों के लिए सेवा शर्त बन रही है लेकिन आप लोग भी बिहार के बच्चों का ख्याल रखें
उन्होंने कहा कि बालिका साइकिल और दूसरी योजनाओं से लड़कियों को काफी फायदा हुआ है. आज सरकारी स्कूलों में लड़के और लड़कियों की संख्या बराबर हो गई है. हमने देखा है कि लड़कियों को 12वीं तक पढ़ाने पर प्रजनन दर काफी कमी आई है.
सीएम ने शिक्षकों से कहा कि आप सिर्फ शिक्षा नहीं देते हैं बल्कि बिहार के विकास में भी बड़ा योगदान करते हैं. आपके उपर बिहार के विकास की बड़ी जिम्मेदारी है.पांच हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में आज उच्च माध्यिक स्कूल स्थापित किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है वो सिर्फ बच्चों का ख्याल रखें.
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षकों के वेतन प्रति वर्ष लगभग 15 हजार करोड़ रुपए खर्च होता है जबकि शिक्षा का कुल बजट 25 हजार करोड़ रुपए है. बिहार की जनता गाढ़ी कमाई की राशि आपको वेतन के रुप में दिया जाता है तो आपका भी दायित्व को बेहतर तरीके से निर्वाह करें.
विज्ञान की शिक्षकों की कमी है. लिहाजा सरकार ने 1000 माध्यिक स्कूलों में ई-लर्निंग की व्यवस्था की दिशा में काम कर रही है.
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टीचरों का सम्मानित किया गया है. सम्मानित होने वाले शिक्षकों में अर्चना चौधरी, फरहत आरा बेगम, अवेधश पांडेय, रंभा सिन्हा, हफीज अनवर, ममता कुमारी, शोभानंद सिंह, पवन कुमार सिन्हा, विजेंद्र कुमार, नौशाया बेगम, मोहम्मद जहीर, कृष्ण चंद्र चौधरी, शोभा शर्मा आदि शामिल हैं.