पटना.मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने कहा कि अब माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों
की बहाली केंद्रीयकृत तरीके से होगी। नियोजित शिक्षकों का सेवाशर्त जल्द
लागू होगी, जिसमें बहुत अधिक सुविधाएं दी जाएंगी।
शिक्षक दिवस पर मंगलवार
को एसकेएम में प्राथमिक और हाईस्कूलों के 14 शिक्षकों को सम्मानित करते हुए
सीएम ने यह घोषणा की।
उन्होंने
शिक्षकों से हाथ जोड़ कर कहा- आप अपनी चिंता हम पर छोड़ दीजिए और बच्चों को
अच्छी शिक्षा दीजिए। मन से पढ़ाइए। नियोजित शिक्षकों को 2015 जुलाई से ही
वेतनमान दे दिया है। अब 7 वां वेतन आयोग के अनुरूप नियोजित शिक्षकों भी
वेतन में बढ़ोत्तरी होगी। जिन शिक्षकों को पढ़ाने की कला नहीं आती, उनके
प्रशिक्षण के लिए विश्व बैंक से 2200 करोड़ कर्ज लेकर प्रशिक्षण की व्यवस्था
करा रहे हैं। 20 हजार से अधिक स्कूल खुले।
प्राथमिक
को माध्य और मध्य विद्यालय को हाईसकूल और हाईस्कूल को प्लस टू बनाया गया।
शिक्षकों का नियोजन भी किया गया। अब हमारी सबसे बड़ी चुनौती बच्चों को
गुणवततापूर्ण शिक्षा देना है। शिक्षकों की समाज में महत्वपूर्ण स्थान है।
इसलिए संकल्प लें कि बच्चों को ठीक से पढ़ाएंगे।
सरकार
ने तय किया है कि हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल स्थापना के लिए एक एकड़ नहीं,
बल्कि पौने एक एकड़ (75 डिसमिल) जमीन ही चाहिए। प्रत्येक पंचायत में कम से
कम एक प्लस टू होगा। अब तक 5 हजार से अधिक पंचायतों में प्लस टू स्कूल
स्थापित हो चुके हैं।
उन्होंने
कहा कि 2006 में राज्य के 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर थे और अब
मात्र एक प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर हैं। पोशाक, छात्रवृत्ति और साइकिल
योजना आदि योजना से लड़िकियों की संख्या बढ़ी है। पहले नवीं कक्षा में 1.70
लाख ही छात्राएं थी, जो अब 9 लाख हो गई है।
गणित,
विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। इसलिए ई लर्निंग क्लास
की व्यवस्था की जा रही है, जहां एक साथ स्क्रीन पर छात्र शिक्षकों से पढ़
सकेंगे।
बिहार
ज्ञान की भूमि है। पुराने नालंदा विवि को पुनर्जीवित किया गया। नालंदा के
तेलहाड़ा की खुदाई हो रही है। यहां भी पुराना गौरवशाली इतिहास है।