एपियरिंग कैंडिडेट्स के टीइटी- एसटीइटी सर्टिफिकेट होंगे रद्द
पटना : शिक्षक नियोजन में वे अभ्यर्थी बाहर हो जायेंगे, जिन्होंने
एपियरिंग कैंडिडेंट्स के ताैर पर टीइटी दिया और पास हुए. ऐसे अभ्यर्थियों
की जांच माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा करायी जा रही है. जांच के बाद ऐसे
अभ्यर्थियों के टीइटी सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया जायेगा, जिनके पास
टीइटी-एसटीइटी फाॅर्म भरने के समय स्नातक या स्नातकोत्तर की डिग्री नहीं
थी.
मालूम हो कि सितंबर, 2011 में टीइटी अौर एसटीइटी के लिए आवेदन मांगे
गये थे. शिक्षक नियोजन नियुक्ति नियमावली के नियम 8 क दो और तीन एवं ख का
दो और तीन के अनुसार फॉर्म उन्हीं अभ्यर्थियों को भरना था, जिन्होंने
स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षा पास कर ली थी. इसमें टीइटी के लिए 50% अंक
के साथ स्नातक और एसटीइटी के लिए स्नातकोत्तर उत्तीर्ण करना शामिल था.
लेकिन, जांच में यह पता चल रहा है कि सैकड़ों अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो
उत्तीर्ण हुए नहीं और अावेदन भर दिया था.
24 अभ्यर्थियों का टीइटी रिजल्ट हो चुका है रद्द
माध्यमिक शिक्षा विभाग अब तक 24 ऐसे अभ्यर्थियों के टीइटी रिजल्ट को
रद्द कर चुका है, जिन्होंने टीइटी देने के बाद स्नातक और एसटीइटी देने के
बाद स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की थी. शिक्षा विभाग की मानें, तो यह
नियमावली हर नियोजन इकाई में लागू की जायेगी. फिलहाल अभी पटना जिले में इसे
लागू किया गया है. पटना जिले की मेरिट लिस्ट दोबारा जारी की जायेगी.
जांच के बाद दुबारा सूची होगी जारी
जिला पर्षद और नगर निगम के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के
लिए कुल 16 हजार आवेदन आये हैं. अब इन सारे अावेदनों की जांच की जा रही है.
जांच के बाद अब नयी मेरिट लिस्ट जारी की जायेगी. इसमें वे सारे अभ्यर्थी
बाहर हो जायेंगे, जिन्होंने नियुक्ति नियमावली का उल्लंघन किया है. अब नया
शेड्यूल नयी मेरिट लिस्ट के साथ ही जारी होगा.
नहीं हुआ अब तक शेड्यूल जारी
जिले के नगर निगम और जिला पर्षद के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों
में शिक्षक नियोजन के लिए शेड्यूल जारी नहीं किया गया है. यह काम डीपीओ
स्थापना करता है, लेकिन 10 दिनों पहले डीपीओ स्थापना महेश प्रसाद का
तबादला कर दिया गया है.
उनकी जगह कोई डीपीओ अभी तक नहीं आया है. इस कारण शेड्यूल जारी नहीं
हो पाया है. इसके अलावा पूर्व डीइओ मेदाे दास ने शिक्षक नियोजन के लिए काम
कर रहे तमाम शिक्षकों के प्रतिनियोजन काे रद्द कर दिया है. इससे पिछले 10
दिनों से शिक्षक नियोजन का काम ठप पड़ा है. ज्ञात हो कि पांच जुलाई को ही
जिला शिक्षा कार्यालय को शेड्यूल जारी करना था.