न्यूज़ डेस्क: राज्य के स्कूलों में स्कूलों में कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए ऐसे में शिक्षा विभाग ने इस निर्णय लिया है कि जब तक इन स्कूलों में शिक्षक बहाल नहीं होते हैं तब तक यहां छह विषयों में गेस्ट टीचर बहाल कर पढ़ाई करायी जायेगी.
ये छह विषय है अंगरेजी, गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, प्राणी विज्ञान (जूलॉजी) व वनस्पति विज्ञान (बॉटनी). इन विषयों में बतौर स्ट फैकल्टी (अतिथि शिक्षक) रखे जायेंगे जो बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे. कुल मिलाकर 4,257 गेस्ट टीचर बहाल किये जायेंगे. इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों में बहाल गेस्ट फैकल्टी के तर्ज पर ही प्लस टू स्कूलों में बहल इन शिक्षकों को बहाल कराया जाएगा.
बहल शिक्षकों को हर महीने 30 से 35 हजार रुपये वेतन मिलेंगे. हालांकि शिक्षकों की योग्यता क्या होगी इसपर शिक्षा विभाग अंतिम रूप देने में जुटी हुई है. हालांकि सूत्रों की मानें तो अपने विषय में दक्ष अभ्यर्थी ही गेस्ट फैकल्टी बन सकेगें. इसमें संबंधित विषय में पीजी-बीएड-एमएम वाले अभ्यर्थियों तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी गेस्ट फैकल्टी के रूप में रखा जा सकता है. गेस्ट टीचर अंगरेजी में 1041, गणित में 791, भौतिकी 1024. रसायन में 974, प्राणी विज्ञान 137, वनस्पति विज्ञान में 290 टीचर को बहाल किया जाएगा.
ये छह विषय है अंगरेजी, गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, प्राणी विज्ञान (जूलॉजी) व वनस्पति विज्ञान (बॉटनी). इन विषयों में बतौर स्ट फैकल्टी (अतिथि शिक्षक) रखे जायेंगे जो बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे. कुल मिलाकर 4,257 गेस्ट टीचर बहाल किये जायेंगे. इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों में बहाल गेस्ट फैकल्टी के तर्ज पर ही प्लस टू स्कूलों में बहल इन शिक्षकों को बहाल कराया जाएगा.
बहल शिक्षकों को हर महीने 30 से 35 हजार रुपये वेतन मिलेंगे. हालांकि शिक्षकों की योग्यता क्या होगी इसपर शिक्षा विभाग अंतिम रूप देने में जुटी हुई है. हालांकि सूत्रों की मानें तो अपने विषय में दक्ष अभ्यर्थी ही गेस्ट फैकल्टी बन सकेगें. इसमें संबंधित विषय में पीजी-बीएड-एमएम वाले अभ्यर्थियों तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी गेस्ट फैकल्टी के रूप में रखा जा सकता है. गेस्ट टीचर अंगरेजी में 1041, गणित में 791, भौतिकी 1024. रसायन में 974, प्राणी विज्ञान 137, वनस्पति विज्ञान में 290 टीचर को बहाल किया जाएगा.