मैं एक टेट शिक्षक किसी भी संघ द्वारा घोषित हड़ताल का समर्थन नहीं करूँगा। चुकी 2015 वाले हड़ताल में अपना सब कुछ खो चुका हूँ। मुझे याद है जब मैं 2014मे नियुक्त हो कर विद्यालय गया था तो बड़े गर्व से कहा करता मैं TET शिक्षक हूँ। हम सब 29.5 लाख लोगों में से चुन कर आए हैं।
मेरा वेतन भी विद्यालय में सबसे अधिक था। इसी बीच पूर्ण वेतन मान के लिए हड़ताल हुआ। बढ़ चढ़ कर खुब जोश खरोश से हड़ताल में भाग लिए,नारे लगाए,उस 11000 के छोटे से वेतन को पेट्रोल भरवाने में खत्म भी कर दिया। हड़ताल सफल रहा खुब वाहवाही लिए,सब से कहें कि अब SI से ज्यादा वेतन और प्रतिष्ठा मिलेगा। हमारा वेतन मान अब 4600 ग्रेड पर बनेगा। हड़ताल टूटा साथ ही प्रतिष्ठा और दिल दोनों टूट गया। तमाम शिक्षक समाज हम TET वालों को गाली देना शुरू कर दिए । मुँह छिपाना मुश्किल हो गया। अभी इतना काफी नहीं था शायद । जब वेतन निर्धारन हुआ तो अपने विद्यालय में मेरा वेतन सबसे कम बन । चुकी मेरे विद्यालय में एक अप्रशिक्षित शिक्षक भी ज्वाइन किए । अब उनसे भी गाली सूचना पड़ा , क्योंकि अब सबसे कम उनका वेतन हो गया। उन्होंने कहा पहले प्रशिक्षित और अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन में 500 का अंतर था परंतु अब 600हजार का हो गया है। कैसे शिक्षक हैं आप लोग जो खुद अपना भला नहीं सोचता वह किसी का भला क्या सोचेगा। मैं निरूतर अपराधी की भाती चुप चाप सुनता और अपराधबोध महसूस करता रहा । एक बार फिर से कलजूगी नेताओं ने अहवान किया और कहा कि इस बार सरकार ने हमें धोखा दिया है,अब हम उनके विरुद्ध न्यायालय जाएंगे,बड़ा से बड़ा वकिल रखेंगे।पूर्ण वेतन मान लेकर रहेंगे। फिर से मेरा स्वाभिमान जागा और अपने साथ ही साथ उस अप्रशिक्षित शिक्षक से भी आधा -आधा वेतन का सहयोग हमलोग पटना के गा्ँधि मैदान जा कर नेता जी को दे आए । उनकी बातों को सुनकर हम लोग काफी खुश थे कि अब अपने अपमान का बदला हम ले लेंगे। भारत के सुविख्यात वकिल प्रशांत भूषण जी के साथ हमारे डुबती नैया के खेवैया कि तस्वीरें सोसल मीडिया पर वायरल हुआ। मैं खुश और मेरे विरोधी लगभग हार गए । पून: नियति ने करवटें ली । पता चल हमलोगों का केस पटना का कोई वकिल लड़ रहा है। अंततः हुआ वही जो हमारे खेवैया ने तय कर रखा था।हम केस हार गए । आगे का हाल आप सभी समझते हैं क्योंकि यह हाल सिर्फ मेरा ही नहीं सभी TET शिक्षकों का हैं। अब पुनः वही खेल शुरू हुआ।फिर से केस का नाटक ,इस बार केस में खेवनहार ने और तगड़ खेल खेला जिसमें हमारे पक्ष से महान, नीतिश जी के खासम खास वकिल को नीतिश जी के विरुद्ध खड़ा किया हैं। आप खुद समझ ले हम केस लड़ रहे हैं या पी के शाही के हाथो सरकार से सौदा कर फिर एक बार हमे लूट रहे हैं। अभी लूटने का अभियान खत्म नहीं हुआ है,नए पैतरे के तहत उनका एक अह्वान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि एक महागठबंधन बने जिसमें सिर्फ वहीं संघ शामिल होंगे जो 2015 TET शिक्षकों के मान -सम्मान को लूटा है। हद हो गई बे---------- मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि कोई भी TET शिक्षक 2015 के हड़ताल शामिल और उसे अपनी उपलब्धि बताने वाले संघ का समर्थन नहीं करेगा।टेट शिक्षक समझ चुका है कि हमारे बारे में एक टेट शिक्षक ही समझ सकता है कोई और नहीं।बाकी लोग हमे भीड़ के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और अपना उल्लू साधते हैं। वेतन में अंतर 600हजार की जगह 600 पढ़े । एक टेट शिक्षक विजय सिंह"आकाश"।
मेरा वेतन भी विद्यालय में सबसे अधिक था। इसी बीच पूर्ण वेतन मान के लिए हड़ताल हुआ। बढ़ चढ़ कर खुब जोश खरोश से हड़ताल में भाग लिए,नारे लगाए,उस 11000 के छोटे से वेतन को पेट्रोल भरवाने में खत्म भी कर दिया। हड़ताल सफल रहा खुब वाहवाही लिए,सब से कहें कि अब SI से ज्यादा वेतन और प्रतिष्ठा मिलेगा। हमारा वेतन मान अब 4600 ग्रेड पर बनेगा। हड़ताल टूटा साथ ही प्रतिष्ठा और दिल दोनों टूट गया। तमाम शिक्षक समाज हम TET वालों को गाली देना शुरू कर दिए । मुँह छिपाना मुश्किल हो गया। अभी इतना काफी नहीं था शायद । जब वेतन निर्धारन हुआ तो अपने विद्यालय में मेरा वेतन सबसे कम बन । चुकी मेरे विद्यालय में एक अप्रशिक्षित शिक्षक भी ज्वाइन किए । अब उनसे भी गाली सूचना पड़ा , क्योंकि अब सबसे कम उनका वेतन हो गया। उन्होंने कहा पहले प्रशिक्षित और अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन में 500 का अंतर था परंतु अब 600हजार का हो गया है। कैसे शिक्षक हैं आप लोग जो खुद अपना भला नहीं सोचता वह किसी का भला क्या सोचेगा। मैं निरूतर अपराधी की भाती चुप चाप सुनता और अपराधबोध महसूस करता रहा । एक बार फिर से कलजूगी नेताओं ने अहवान किया और कहा कि इस बार सरकार ने हमें धोखा दिया है,अब हम उनके विरुद्ध न्यायालय जाएंगे,बड़ा से बड़ा वकिल रखेंगे।पूर्ण वेतन मान लेकर रहेंगे। फिर से मेरा स्वाभिमान जागा और अपने साथ ही साथ उस अप्रशिक्षित शिक्षक से भी आधा -आधा वेतन का सहयोग हमलोग पटना के गा्ँधि मैदान जा कर नेता जी को दे आए । उनकी बातों को सुनकर हम लोग काफी खुश थे कि अब अपने अपमान का बदला हम ले लेंगे। भारत के सुविख्यात वकिल प्रशांत भूषण जी के साथ हमारे डुबती नैया के खेवैया कि तस्वीरें सोसल मीडिया पर वायरल हुआ। मैं खुश और मेरे विरोधी लगभग हार गए । पून: नियति ने करवटें ली । पता चल हमलोगों का केस पटना का कोई वकिल लड़ रहा है। अंततः हुआ वही जो हमारे खेवैया ने तय कर रखा था।हम केस हार गए । आगे का हाल आप सभी समझते हैं क्योंकि यह हाल सिर्फ मेरा ही नहीं सभी TET शिक्षकों का हैं। अब पुनः वही खेल शुरू हुआ।फिर से केस का नाटक ,इस बार केस में खेवनहार ने और तगड़ खेल खेला जिसमें हमारे पक्ष से महान, नीतिश जी के खासम खास वकिल को नीतिश जी के विरुद्ध खड़ा किया हैं। आप खुद समझ ले हम केस लड़ रहे हैं या पी के शाही के हाथो सरकार से सौदा कर फिर एक बार हमे लूट रहे हैं। अभी लूटने का अभियान खत्म नहीं हुआ है,नए पैतरे के तहत उनका एक अह्वान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि एक महागठबंधन बने जिसमें सिर्फ वहीं संघ शामिल होंगे जो 2015 TET शिक्षकों के मान -सम्मान को लूटा है। हद हो गई बे---------- मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि कोई भी TET शिक्षक 2015 के हड़ताल शामिल और उसे अपनी उपलब्धि बताने वाले संघ का समर्थन नहीं करेगा।टेट शिक्षक समझ चुका है कि हमारे बारे में एक टेट शिक्षक ही समझ सकता है कोई और नहीं।बाकी लोग हमे भीड़ के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और अपना उल्लू साधते हैं। वेतन में अंतर 600हजार की जगह 600 पढ़े । एक टेट शिक्षक विजय सिंह"आकाश"।