जहानाबाद नगर : जिले के प्रोन्नति से वंचित सैकड़ों शिक्षक शहर में मशाल जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन करेंगे. शिक्षकों का कहना है कि बार-बार आग्रह करने के बावजूद विभाग हमारी जायज मांग को अनसुना कर रही है.
जिससे गुस्साये शिक्षकों ने 23 जनवरी को शहर में मशाल जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. शिक्षकों का कहना है कि प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति के लिए वरीयता सूची में शामिल 137 शिक्षकों में 11 कनीय शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति दे दी गयी है.
वहीं 126 वरीय शिक्षकों को अकारण प्रोन्नति से वंचित कर दिया गया है. शिक्षकों का कहना है कि प्रोन्नति के विरुद्ध उच्च न्यायालय में दायर याचिका में पारित आदेश के आलोक में निदेशक शिक्षा विभाग द्वारा प्रोन्नति देने का आदेश निर्गत किया गया है. बावजूद इसके शिक्षकों को प्रोन्नति से वंचित रखा गया है. शिक्षकों के सेवा संपुष्टी, पद प्रोन्नति, प्रवरण वेतनमान, वरीय वेतनमान को लेकर चार बार बैठक हो चुकी है, लेकिन नतीजा अब तक सिफर है. शिक्षकों द्वारा इस संबंध में जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार भी लगायी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई न्यायोचित कार्रवाई नहीं हुई.
इससे क्षुब्ध शिक्षकों ने 24 जनवरी को धरना देने का निर्णय लिया है.
जिससे गुस्साये शिक्षकों ने 23 जनवरी को शहर में मशाल जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. शिक्षकों का कहना है कि प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति के लिए वरीयता सूची में शामिल 137 शिक्षकों में 11 कनीय शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति दे दी गयी है.
वहीं 126 वरीय शिक्षकों को अकारण प्रोन्नति से वंचित कर दिया गया है. शिक्षकों का कहना है कि प्रोन्नति के विरुद्ध उच्च न्यायालय में दायर याचिका में पारित आदेश के आलोक में निदेशक शिक्षा विभाग द्वारा प्रोन्नति देने का आदेश निर्गत किया गया है. बावजूद इसके शिक्षकों को प्रोन्नति से वंचित रखा गया है. शिक्षकों के सेवा संपुष्टी, पद प्रोन्नति, प्रवरण वेतनमान, वरीय वेतनमान को लेकर चार बार बैठक हो चुकी है, लेकिन नतीजा अब तक सिफर है. शिक्षकों द्वारा इस संबंध में जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार भी लगायी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई न्यायोचित कार्रवाई नहीं हुई.
इससे क्षुब्ध शिक्षकों ने 24 जनवरी को धरना देने का निर्णय लिया है.