PATNA / BEGUSARAI : नशामुक्ति को लेकर जागरूकता
फैलाने के उद्देश्य से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को मानव
श्रृंखला बनाने के लिए स्कूल, कॉलेजों के शिक्षक विद्यार्थियों की भीड़
सड़कों पर उमड़ पड़ी।
जिला के कोने- कोने की हर गली- मोहल्ले की मुख्य सड़कों पर स्कूलीच्बच्चों एवं आम लोगों के द्वारा मानव श्रृंखला बनाई गई। हालांकि इस दौरान कई तरह की परेशानियां भी सामने आई। परंतु, मानव श्रृंखला में शामिल लोग या स्कूलीच्बच्चे उसे अपने- अपने स्तर से हल कर लिया।
शहर के कचहरी चौक से लेकर डीईओ आफिस तक ओमर बालिका च्च्च विद्यालय, डीईओ आफिस से काली स्थान तक बीपी इंटर स्कूल, काली स्थान से लेकर ओमर बालिका तक महिला कॉलेज, काली स्थान रोड से हेमरा रोड में विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी, हरहर महादेव चौक से जीडी कॉलेज तक जीडी कॉलेज व अन्य विद्यालयों के विद्यार्थियों ने मानव श्रृंखला बना नशामुक्त बिहार का संदेश दिया।
ओमर बालिका के विद्यार्थियों का नेतृत्व प्राचार्य मंजू सिंह, बीपी के प्राचार्य डॉ। प्रवीण चन्द्र सिंह, जीडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ। अवधेश कुमार सिंह, महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ। स्वप्ना चौधरी, एसबीएसएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ। लक्ष्मण झा सहित सभी विद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षक- शिक्षिकाएं मौजूद थे। वहीं, मानव श्रृंखला की सफलता को ले जदयू की छात्र इकाई छात्र समागम के कार्यकर्ताओं द्वारा जगह- जगह मानव श्रृंखला की निगरानी व मानव श्रृंखला को सुचारू बनाने में अहम भूमिका निभाते नजर आए। इसका नेतृत्व समागम के जिलाध्यक्ष गौरव सिंह राणा कर रहे थे।
इधर, दूसरी ओर मानव श्रृंखला में शामिल टीईटी- एसटीईटी शिक्षकों ने काली पट्टी लगा समान काम समान वेतन की अपनी मांगों को दोहराया। संघ से जुड़े शिक्षकों ने समान काम, समान वेतन के डिजाइन पर मानव श्रृंखला बनाई। जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग अपने- अपने छतों पर चढ़ गए। इसका नेतृत्व कर संघ के जिलाध्यक्ष सह राज्य उपाध्यक्ष राजू सिंह कर रहे थे। वहीं, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के कार्यकर्ताओं ने भी समान काम के बदले समान वेतनमान की मांगों के साथ मानव श्रृंखला में शामिल हुए। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष साकेत सुमन व प्रधान सचिव रामकल्याण पासवान कर रहे थे.
पान गुटखा खाते हुए दे रहे थे नशामुक्ति का संदेश
शनिवार को जहां पूरा राज्य पूर्ण नशाबंदी की अपील करने के लिए सड़कों पर उतरा था तो वहीं मानव श्रृंखला के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग पान, गुटखा खाते एवं सिगरेट पीते नजर आए। कई विद्यालयों के शिक्षकों के मुंह में भी रजनीगंधा सहित अन्य प्रकार के गुटखे भरे थे। कई लोग इस पर चुटकी लेते यह कहते सुनाई पड़े कि भाई पहले खुद तो नशामुक्त हो जाओ, फिर दूसरों को संदेश देना.
जिला के कोने- कोने की हर गली- मोहल्ले की मुख्य सड़कों पर स्कूलीच्बच्चों एवं आम लोगों के द्वारा मानव श्रृंखला बनाई गई। हालांकि इस दौरान कई तरह की परेशानियां भी सामने आई। परंतु, मानव श्रृंखला में शामिल लोग या स्कूलीच्बच्चे उसे अपने- अपने स्तर से हल कर लिया।
शहर के कचहरी चौक से लेकर डीईओ आफिस तक ओमर बालिका च्च्च विद्यालय, डीईओ आफिस से काली स्थान तक बीपी इंटर स्कूल, काली स्थान से लेकर ओमर बालिका तक महिला कॉलेज, काली स्थान रोड से हेमरा रोड में विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी, हरहर महादेव चौक से जीडी कॉलेज तक जीडी कॉलेज व अन्य विद्यालयों के विद्यार्थियों ने मानव श्रृंखला बना नशामुक्त बिहार का संदेश दिया।
ओमर बालिका के विद्यार्थियों का नेतृत्व प्राचार्य मंजू सिंह, बीपी के प्राचार्य डॉ। प्रवीण चन्द्र सिंह, जीडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ। अवधेश कुमार सिंह, महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ। स्वप्ना चौधरी, एसबीएसएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ। लक्ष्मण झा सहित सभी विद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षक- शिक्षिकाएं मौजूद थे। वहीं, मानव श्रृंखला की सफलता को ले जदयू की छात्र इकाई छात्र समागम के कार्यकर्ताओं द्वारा जगह- जगह मानव श्रृंखला की निगरानी व मानव श्रृंखला को सुचारू बनाने में अहम भूमिका निभाते नजर आए। इसका नेतृत्व समागम के जिलाध्यक्ष गौरव सिंह राणा कर रहे थे।
इधर, दूसरी ओर मानव श्रृंखला में शामिल टीईटी- एसटीईटी शिक्षकों ने काली पट्टी लगा समान काम समान वेतन की अपनी मांगों को दोहराया। संघ से जुड़े शिक्षकों ने समान काम, समान वेतन के डिजाइन पर मानव श्रृंखला बनाई। जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग अपने- अपने छतों पर चढ़ गए। इसका नेतृत्व कर संघ के जिलाध्यक्ष सह राज्य उपाध्यक्ष राजू सिंह कर रहे थे। वहीं, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के कार्यकर्ताओं ने भी समान काम के बदले समान वेतनमान की मांगों के साथ मानव श्रृंखला में शामिल हुए। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष साकेत सुमन व प्रधान सचिव रामकल्याण पासवान कर रहे थे.
पान गुटखा खाते हुए दे रहे थे नशामुक्ति का संदेश
शनिवार को जहां पूरा राज्य पूर्ण नशाबंदी की अपील करने के लिए सड़कों पर उतरा था तो वहीं मानव श्रृंखला के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग पान, गुटखा खाते एवं सिगरेट पीते नजर आए। कई विद्यालयों के शिक्षकों के मुंह में भी रजनीगंधा सहित अन्य प्रकार के गुटखे भरे थे। कई लोग इस पर चुटकी लेते यह कहते सुनाई पड़े कि भाई पहले खुद तो नशामुक्त हो जाओ, फिर दूसरों को संदेश देना.