मांगों को लेकर अनौपचारिक शिक्षकों का आमरण अनशन 6 से
जिले में वर्ष 1994 से 98 तक 859 शिक्षक थे कार्यरत
अपनी मांगों को लेकर अनौपचारिक शिक्षक 6 जनवरी से कलेक्ट्रेट के पास आमरण अनशन करेंगे। जिले में वर्ष सितंबर 1994 से मार्च 98 तक 859 अनौपचारिक शिक्षक कार्यरत थे। नौकरी में आने के लिए हाई कोर्ट ने तीन साल लगातार काम करने वालों को सूचीबद्ध करने को कहा है। लेकिन विभाग ने तीन साल लगातार मानदेय पाने वालों को ही सूचीबद्ध किया है। इसके कारण लगभग 800 शिक्षक इस रेस से बाहर हो रहे हैं।
नालंदा जिला अनौपचारिक शिक्षक संघ के सचिव अरूण कुमार सिन्हा ने बिहारशरीफ के आनंद मार्ग स्थित स्थानीय सभागार में शिक्षकों की बैठक में ये बातें कहीं। वहीं अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद ने अनौपचारिक शिक्षकों को इस अभियान से जुटने की अपील की है। इस मौके पर रामप्रसाद, सचिन्द्र, विरेंद्र, संतोष मांझी, रविंद्र व अन्य लोगों ने भी अपनी बातें कहीं।
जिले में वर्ष 1994 से 98 तक 859 शिक्षक थे कार्यरत
अपनी मांगों को लेकर अनौपचारिक शिक्षक 6 जनवरी से कलेक्ट्रेट के पास आमरण अनशन करेंगे। जिले में वर्ष सितंबर 1994 से मार्च 98 तक 859 अनौपचारिक शिक्षक कार्यरत थे। नौकरी में आने के लिए हाई कोर्ट ने तीन साल लगातार काम करने वालों को सूचीबद्ध करने को कहा है। लेकिन विभाग ने तीन साल लगातार मानदेय पाने वालों को ही सूचीबद्ध किया है। इसके कारण लगभग 800 शिक्षक इस रेस से बाहर हो रहे हैं।
नालंदा जिला अनौपचारिक शिक्षक संघ के सचिव अरूण कुमार सिन्हा ने बिहारशरीफ के आनंद मार्ग स्थित स्थानीय सभागार में शिक्षकों की बैठक में ये बातें कहीं। वहीं अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद ने अनौपचारिक शिक्षकों को इस अभियान से जुटने की अपील की है। इस मौके पर रामप्रसाद, सचिन्द्र, विरेंद्र, संतोष मांझी, रविंद्र व अन्य लोगों ने भी अपनी बातें कहीं।