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कई विद्यालयों में इंटर के शिक्षकों का अभाव

भोजन। जिले में लगभग आधा दर्जन हाई स्कूलों की अजीब दास्तां है। इन विद्यालयों में इंटर की पढ़ाई होती है, मगर शिक्षक एक भी नहीं है। इंटर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन भी किया जा रहा है। मगर दुर्भाग्य देखिए। पढ़ाने वाला शिक्षक इन विद्यालयों में है ही नहीं।
यदि किसी छात्र को गणित का सूत्र पूछना हो तो कहां जाएंगे। इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने की सरकार की मंशा कितनी सफल हो सकती है। कई विषयों में हर साल इन विद्यालयों में नामांकन लिया जाता है, मगर इन विद्यालयों में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं की जाती है।
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इन विद्यालयों में नहीं है शिक्षक:
जिले के प्लस टू उच्च विद्यालय जितौरा, प्लस टू उ.वि. जमुआंव, चौरी हाई स्कूल, सहार हाई स्कूल, प्रोजेक्ट कन्या प्लस टू उच्च विद्यालय फुलाड़ी, धनछुआ हाई स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है। इसके बावजूद हर साल छात्र-छात्राएं इंटर कला से लेकर विज्ञान वर्ग में नामांकन भी लेते है, और परीक्षा भी प्रथम श्रेणी से लेकर द्वितीय श्रेणी में पास हो जाते है।
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क्या कहते है डीईओ: प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी सुल्तान अहमद ने कहा कि जब जिले के सभी यूनिट के लिए एक साथ बहाली होगी तभी शिक्षक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के नियोजन में कुछ तकनीकी खामियां है। जिस कारण इन विद्यालयों में शिक्षक का पद रिक्त रह गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के पद पर नियुक्ति के बाद उनकी पोस्टिंग उनके हिसाब से की जाती है। जिस कारण दूर-दराज के स्कूलों में कोई जाना नहीं चाहता है। वही कुछ विद्यालयों में शिक्षकों का पद आरक्षित होने के कारण शिक्षक भी नहीं मिल रहे हैं। 

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