भोजपुर। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा अपनी 11 सूत्री मांगों को
लेकर आगामी 17 दिसंबर को राज्य के जिला मुख्यालयों में प्रस्तावित धरना
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संगठन के स्थानीय ईकाई से जुड़े शिक्षकों ने
बुधवार को यहां एक बैठक आयोजित कर आवश्यक रणनीति तय की।
स्थानीय बीआरसी में प्राथमिक शिक्षक संघ के पीरो प्रखंड अध्यक्ष कामता ¨सह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान शिक्षक नेताओं ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक आदेश में राज्य सरकारों को समान कार्य के लिए समान वेतन पर अमल करने एवं इससे संबंधित हलफनामा दायर करने को कहा है जिस पर दूसरे कई राज्यों की सरकारों ने अमल शुरू कर दिया है पर बिहार सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है जिससे सरकार की मंशा का पता चलता है। इसी तरह नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त नियमावली के मामले में भी सरकार की नीति टालमटोल वाली रही है। शिक्षक नेताओं ने कहा कि स्नातक वेतनमान में कार्यरत प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति देने का मामला भोजपुर सहित अन्य जिलों में लंबित है पर इसपर अमल करने के बजाय टालमटोल किया जा रहा है वही उत्क्रमित मध्य व उच्च विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है पर विभाग इसके प्रति पूरी तरह लापरवाह बना हुआ है। प्रस्तावित धरना कार्यक्रम के इन्हीं मसलों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। यहां आयोजित बैठक में संघ के सचिव रविकांत किशोर द्विवेदी, संतोष कुमार, मीना कुमारी, जहांगीर खान, श्री भगवान चौधरी सहित कई अन्य शिक्षक नेता मौजूद थे।
स्थानीय बीआरसी में प्राथमिक शिक्षक संघ के पीरो प्रखंड अध्यक्ष कामता ¨सह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान शिक्षक नेताओं ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक आदेश में राज्य सरकारों को समान कार्य के लिए समान वेतन पर अमल करने एवं इससे संबंधित हलफनामा दायर करने को कहा है जिस पर दूसरे कई राज्यों की सरकारों ने अमल शुरू कर दिया है पर बिहार सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है जिससे सरकार की मंशा का पता चलता है। इसी तरह नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त नियमावली के मामले में भी सरकार की नीति टालमटोल वाली रही है। शिक्षक नेताओं ने कहा कि स्नातक वेतनमान में कार्यरत प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति देने का मामला भोजपुर सहित अन्य जिलों में लंबित है पर इसपर अमल करने के बजाय टालमटोल किया जा रहा है वही उत्क्रमित मध्य व उच्च विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है पर विभाग इसके प्रति पूरी तरह लापरवाह बना हुआ है। प्रस्तावित धरना कार्यक्रम के इन्हीं मसलों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। यहां आयोजित बैठक में संघ के सचिव रविकांत किशोर द्विवेदी, संतोष कुमार, मीना कुमारी, जहांगीर खान, श्री भगवान चौधरी सहित कई अन्य शिक्षक नेता मौजूद थे।