किशनगंज। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई के तत्वावधान
में मंगलवार को डे-मार्केट स्थित आशालता मध्य विद्यालय में बैठक हुई।
जिसमें नगर परिषद द्वारा नियम-कानून को ताक पर रख कर शिक्षकों का किये गये
सामंजन पर विरोध जताया गया।
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला इकाई के उपाध्यक्ष पंकज कुमार बसाक ने कहा कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात को सही करने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं का सामंजन करना था। जिससे कि सभी विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात सही हो सके और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के सामंजन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है।
श्री बसाक ने कहा कि सामंजन नियम के अनुसार जिन विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात सही नही हैं। उन विद्यालयों के शिक्षकों का सामंजन नही होना है। सामंजन केवल उन्हीं विद्यालयों के शिक्षकों का होगा, जिस विद्यालय में छात्र अनुपात में शिक्षकों की संख्या अधिक हैं। साथ ही शिक्षकों का सामंजन उनके निकटवर्ती स्कूलों में ही होना था। जबकि कई शिक्षकों को सामंजन के नाम पर दूर के विद्यालयों में भेज दिया गया है। बैठक में निर्णय लिय गया कि यदि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के त्रुटिपूर्ण सामंजन को रद कर नियमानुसार सामंजन नही किया गया तो चरणबद्व आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान मुख्य रुप से तौहिद काजमी, फनी भूषण साहा, जुल्फिकार अहमद, विजय कुमार, राजा राम पोद्दार, सरफराज अहमद, साची मुखर्जी, अबु रेहान, शहजाद अनवर, अनामिका कुमारी, उग्र नारायण गुप्ता और ¨रकू कुमारी सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला इकाई के उपाध्यक्ष पंकज कुमार बसाक ने कहा कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात को सही करने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं का सामंजन करना था। जिससे कि सभी विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात सही हो सके और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के सामंजन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है।
श्री बसाक ने कहा कि सामंजन नियम के अनुसार जिन विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात सही नही हैं। उन विद्यालयों के शिक्षकों का सामंजन नही होना है। सामंजन केवल उन्हीं विद्यालयों के शिक्षकों का होगा, जिस विद्यालय में छात्र अनुपात में शिक्षकों की संख्या अधिक हैं। साथ ही शिक्षकों का सामंजन उनके निकटवर्ती स्कूलों में ही होना था। जबकि कई शिक्षकों को सामंजन के नाम पर दूर के विद्यालयों में भेज दिया गया है। बैठक में निर्णय लिय गया कि यदि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के त्रुटिपूर्ण सामंजन को रद कर नियमानुसार सामंजन नही किया गया तो चरणबद्व आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान मुख्य रुप से तौहिद काजमी, फनी भूषण साहा, जुल्फिकार अहमद, विजय कुमार, राजा राम पोद्दार, सरफराज अहमद, साची मुखर्जी, अबु रेहान, शहजाद अनवर, अनामिका कुमारी, उग्र नारायण गुप्ता और ¨रकू कुमारी सहित कई शिक्षक मौजूद थे।