जिला शिक्षा विभाग ने 80 हेडमास्टरों को वेतन रोक दिया है। पिछले
वित्तीय वर्ष में मिली राशि का हिसाब नहीं देने पर यह कार्रवाई की गई है।
इनमें प्राथमिक से लेकर उत्क्रमित हाई स्कूल तक शामिल हैं। वहीं हिसाब नहीं
देने वाले 35 उत्क्रमित हाईस्कूलों को इस बार राशि भी नहीं दी जाएगी।
डीईओ फूल बाबू चौधरी ने बताया कि राशि के हिसाब के साथ स्कूलों ने इस साल कितने छात्र उनके यहां हैं उसकी संख्या भी नहीं भेजी है। बार बार ताकीद करने के बाद भी स्कूल के प्रधान नहीं सुन रहे हैं। इसलिए वेतन बंद करने की कार्रवाई की गई। शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस बार छात्रों की संख्या और विभाग के द्वारा मांगी गई राशि का मिलान किया जाएगा। इसलिए छात्रों की संख्या बताया स्कूलों को जरूरी है। वेतन बंद करने के बाद इन हेडमास्टरों पर प्रपत्र क गठित करने का काम किया जाएगा।
डीईओ फूल बाबू चौधरी ने बताया कि राशि के हिसाब के साथ स्कूलों ने इस साल कितने छात्र उनके यहां हैं उसकी संख्या भी नहीं भेजी है। बार बार ताकीद करने के बाद भी स्कूल के प्रधान नहीं सुन रहे हैं। इसलिए वेतन बंद करने की कार्रवाई की गई। शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस बार छात्रों की संख्या और विभाग के द्वारा मांगी गई राशि का मिलान किया जाएगा। इसलिए छात्रों की संख्या बताया स्कूलों को जरूरी है। वेतन बंद करने के बाद इन हेडमास्टरों पर प्रपत्र क गठित करने का काम किया जाएगा।