किशनगंज : गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिये जाने के उद्देश्य से शिक्षा सचिव के निर्देश की अवहेलना कर मनमाने तरीके से नगर परिषद किशनगंज के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों का सामंजन किये जाने का मामला प्रकाश में है. सरकारी निर्देशानुसार 40 छात्र पर एक शिक्षक होने का अनुपात निर्धारित है. इसी के आधार पर विद्यालयों में शिक्षकों का सामंजन किया जाना है.
लेकिन नगर परिषद किशनगंज नियोजन इकाई की ओर से इस समंजन कार्य को स्थानांतरण का रूप देकर मन मुताबिक व चहेते शिक्षकों को सुविधाजनक विद्यालयों में स्थानांतरित किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की कंडिका 25(1) के तहत नियोजित शिक्षकों का सामंजन सचिव बिहार सरकार शिक्षा विभाग पटना के पत्रांक 1123 दिनांक 7.10.16 के आलोक में शिक्षक छात्र अनुपात में किया जाना था़
इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज ने निर्देश दिया था, लेकिन नगर परिषद नियोजन इकाई की ओर से इस नियम को ताक पर रख कर मनमाने ढंग से 49 नियोजित शिक्षकों का समंजन किया है़ इसमें नियमानुसार नीचे से वरीयता क्रम में पहले पुरुष शिक्षकों को लेना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ़ नियम के तहत दिव्यांग शिक्षकों को इस प्रक्रिया से दूर रखना था़ परंतु इस सामंजन में इसका अनुपालन नहीं हुआ़ नियम के तहत जहां से शिक्षक नहीं हटाना है वहां से शिक्षक को हटाकर दूसरे विद्यालयों में शिक्षक की पदस्थापना की गयी है़ नियमावली के तहत तीन साल की सेवा अवधि के बाद ही शिक्षकों को उस विद्यालय से निकालना था परंतु नव नियुक्त शिक्षकों को भी समंजन प्रक्रिया में सम्मिलित कर लिया गया़ प्रत्येक विद्यालयों में हिंदी और उर्दू शिक्षकों का होना आवश्यक है परंतु दोनों शिक्षक हिंदी ही दे दिया गया़ कहीं कनीय शिक्षक को तो कहीं से वरीय शिक्षक को हटाया गया है जो समंजन नियम का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है़
इन विद्यालयों में हटाये व पदस्थापित किये गये शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय तांती टोला में पुरुष शिक्षक छोड़ दिया गया, जबकि वहां से दोनों उर्दू शिक्षकों को अन्यत्र पदस्थापित किये गये हैं. मध्य विद्यालय पुराना खगड़ा जहां पांच शिक्षकों की पदस्थापन होनी थी, लेकिन वहां से एक शिक्षक को हटाकर कर पांच बाहरी शिक्षकों की पदस्थापन की गयी है.
सरदार गोपाल मध्य विद्यालय में पांच शिक्षक का पदस्थापन होना था वहां पर दूसरे विद्यालय से पांच शिक्षकों का पदस्थापन कर तो दिया गया लेकिन वहां से महिला शिक्षिका को निकाल कर दूसरे विद्यालय से शिक्षिका का पदस्थापन इस विद्यालय में किया गया है़ उत्क्रमित मध्य विद्यालय मझिया में नव नियुक्त उर्दू शिक्षिका का समंजन दूसरे विद्यालय में कर दिया गया है जबकि वहां पर चार शिक्षक एवं एक शिक्षिका का पदस्थापना किया गया है़ अन्य विद्यालयों में रिक्तियां बढ़ा कर नियोजित शिक्षकों का सामंजन किया गया़
कहता है नियमावली
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के अनुशंसा के आधार पर शिक्षकों का सामंजन छात्र अनुपात में किया जाना था़, लेकिन यहां बीइओ की सूची को ताक पर रख दिया गया़
कहते हैं छात्र नेता
पूर्व अंचल सचिव जिला प्राथमिक शिक्षक संघ अबु रेहान ने सामंजन के नाम पर स्थानांतरण का खेल खेला गया है़ इसके लिए जिम्मेवार नगर परिषद नियोजन इकाई है़
कहते हैं नप अध्यक्षा
नियोजन इकाइ के अध्यक्ष व नप अध्यक्षा आंची देवी जैन ने कहा कि सामंजन में नियम के अनुपालन का ध्यान रखा गया है. फिर भी गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा
लेकिन नगर परिषद किशनगंज नियोजन इकाई की ओर से इस समंजन कार्य को स्थानांतरण का रूप देकर मन मुताबिक व चहेते शिक्षकों को सुविधाजनक विद्यालयों में स्थानांतरित किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की कंडिका 25(1) के तहत नियोजित शिक्षकों का सामंजन सचिव बिहार सरकार शिक्षा विभाग पटना के पत्रांक 1123 दिनांक 7.10.16 के आलोक में शिक्षक छात्र अनुपात में किया जाना था़
इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज ने निर्देश दिया था, लेकिन नगर परिषद नियोजन इकाई की ओर से इस नियम को ताक पर रख कर मनमाने ढंग से 49 नियोजित शिक्षकों का समंजन किया है़ इसमें नियमानुसार नीचे से वरीयता क्रम में पहले पुरुष शिक्षकों को लेना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ़ नियम के तहत दिव्यांग शिक्षकों को इस प्रक्रिया से दूर रखना था़ परंतु इस सामंजन में इसका अनुपालन नहीं हुआ़ नियम के तहत जहां से शिक्षक नहीं हटाना है वहां से शिक्षक को हटाकर दूसरे विद्यालयों में शिक्षक की पदस्थापना की गयी है़ नियमावली के तहत तीन साल की सेवा अवधि के बाद ही शिक्षकों को उस विद्यालय से निकालना था परंतु नव नियुक्त शिक्षकों को भी समंजन प्रक्रिया में सम्मिलित कर लिया गया़ प्रत्येक विद्यालयों में हिंदी और उर्दू शिक्षकों का होना आवश्यक है परंतु दोनों शिक्षक हिंदी ही दे दिया गया़ कहीं कनीय शिक्षक को तो कहीं से वरीय शिक्षक को हटाया गया है जो समंजन नियम का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है़
इन विद्यालयों में हटाये व पदस्थापित किये गये शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय तांती टोला में पुरुष शिक्षक छोड़ दिया गया, जबकि वहां से दोनों उर्दू शिक्षकों को अन्यत्र पदस्थापित किये गये हैं. मध्य विद्यालय पुराना खगड़ा जहां पांच शिक्षकों की पदस्थापन होनी थी, लेकिन वहां से एक शिक्षक को हटाकर कर पांच बाहरी शिक्षकों की पदस्थापन की गयी है.
सरदार गोपाल मध्य विद्यालय में पांच शिक्षक का पदस्थापन होना था वहां पर दूसरे विद्यालय से पांच शिक्षकों का पदस्थापन कर तो दिया गया लेकिन वहां से महिला शिक्षिका को निकाल कर दूसरे विद्यालय से शिक्षिका का पदस्थापन इस विद्यालय में किया गया है़ उत्क्रमित मध्य विद्यालय मझिया में नव नियुक्त उर्दू शिक्षिका का समंजन दूसरे विद्यालय में कर दिया गया है जबकि वहां पर चार शिक्षक एवं एक शिक्षिका का पदस्थापना किया गया है़ अन्य विद्यालयों में रिक्तियां बढ़ा कर नियोजित शिक्षकों का सामंजन किया गया़
कहता है नियमावली
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के अनुशंसा के आधार पर शिक्षकों का सामंजन छात्र अनुपात में किया जाना था़, लेकिन यहां बीइओ की सूची को ताक पर रख दिया गया़
कहते हैं छात्र नेता
पूर्व अंचल सचिव जिला प्राथमिक शिक्षक संघ अबु रेहान ने सामंजन के नाम पर स्थानांतरण का खेल खेला गया है़ इसके लिए जिम्मेवार नगर परिषद नियोजन इकाई है़
कहते हैं नप अध्यक्षा
नियोजन इकाइ के अध्यक्ष व नप अध्यक्षा आंची देवी जैन ने कहा कि सामंजन में नियम के अनुपालन का ध्यान रखा गया है. फिर भी गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा