मोतिहारी। शिक्षक दिवस पर हर छात्र अपने गुरुओं के सम्मान में कसीदे गढ़ रहे थे, लेकिन मोतिहारी के एक सरकारी स्कूल की छात्रा थाने में बैठी थी। पांचवीं क्लास की एक छात्रा ने अपने शिक्षकों पर भेदभाव करने का आरोप लगाया।
ये है मामला
मोतिहारी जिले के तुरकौलिया प्रखंड के राजकीय माध्यमिक विद्यालय टिकैत में पढ़ने वाली छात्रा ने अपने गुरुओं पर भेदभाव और छुआछूत करने का आरोप लगाया है।
छात्रा द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर।
पीड़िता ने परिवार वालों के साथ थाने में जाकर 5 सितंबर को शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिक्षक स्कूल में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के साथ अमानवीय व्यवहार करते हैं।
पीड़िता का आरोप है कि '31अगस्त को स्कूल में छात्रों को खिचड़ी चोखा खिलाया जा रहा था। इस दौरान शिक्षकों ने मुझे और मेरी बिरादरी के बच्चों को अलग बैठाया। शिक्षकों ने खाना खाकर जूठे बर्तन हम पर फेंके, गालियां दीं और जूतों से पिटाई की व किताबें फाड़ दीं।'
इस मामले को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज हुई हैं। 2 सितंबर को शिक्षकों ने स्थानीय तुरकौलिया थाना में 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
क्या कहना है प्रधान शिक्षक का
स्कूल के प्रधान शिक्षक सचिन्द्र कुमार प्रसाद ने कहा कि शिक्षकों के खिलाफ बनाया गया ये केस मनगढ़ंत है। ये मामला स्थानीय राजनीती से प्रेरित है। गांव का स्थानीय नेता संदीप कुमार रंगदारी मांगता है। बुधवार को कुछ लोग स्कूल में आकर एमडीएम का रजिस्टर मांगने लगे। उन लोगों ने क्लास में जाकर शिक्षिकाओं से बदतमीजी की और कुर्सियां और बेंच तोड़े।
ग्रामीणों द्वारा शिक्षकों के खिलाफ प्रखंड शिक्षा अधिकारी को लिखी चिट्ठी।
संदीप कुमार के गुर्ग शिक्षकों का हाजिरी रजिस्टर ले गए। शिक्षकों ने संदीप समेत 11 लोगों पर तुरकौलिया थाना में केस दर्ज कराया है। शिक्षकों का कहना है कि बदमाशों ने बच्ची और उसके परिवार वालों को बहकाकर उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज कराया है। हमारे विद्यालय में 111 एससी व एसटी कैटेगिरी के बच्चे हैं। इनसे किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है।
कहां से आया मांस-भात
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा समिति के सचिव के यहां ईद का भोज था, लेकिन स्कूल से कोई शिक्षक नहीं गया था। लंच में उन्होंने घर बुलाया था, लेकिन शिक्षक स्कूल छोड़कर नहीं जा सकते थे। इसलिए खाना स्कूल में ही पहुंचाया गया था।
क्या कहते हैं थाना अध्यक्ष
तुरकौलिया थानाध्यक्ष फैसल अहमद ने बताया कि प्रधान शिक्षक के आवेदन पर संदीप कुमार व दस अन्य लोगों पर विद्यालय में तोड़-फोड़ व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला 403/016 दर्ज किया गया है।
स्कूल के बाहर प्रदर्शन करते ग्रामीण और छात्र।
दूसरा पक्ष भी उनके पास एमडीएम में अनियमितता व विद्यालय में मांस बनवाकर खाने की शिकायत लेकर आये थे, लेकिन उन्होंने यह शिकायत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व बीडीओ के पास लेकर जाने की सलाह दी।
क्या कहते हैं एससी-एसटी थाना अध्यक्ष
जिले के एससी-एसटी थाना अध्यक्ष उदय पाल बताते हैं कि छात्रा की शिकायत पर शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अभी इस मामले की जांच चल रही है।
ग्रामीणों ने किया था हंगामा
31 अगस्त को स्कूल में मांस -भात की दावत की खबर मिलने के बाद ग्रामीणों ने स्कूल में हंगामा किया था। गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और शिक्षकों पर अनैतिक कार्य करने का आरोप लगाया था।
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ये है मामला
मोतिहारी जिले के तुरकौलिया प्रखंड के राजकीय माध्यमिक विद्यालय टिकैत में पढ़ने वाली छात्रा ने अपने गुरुओं पर भेदभाव और छुआछूत करने का आरोप लगाया है।
छात्रा द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर।
पीड़िता ने परिवार वालों के साथ थाने में जाकर 5 सितंबर को शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिक्षक स्कूल में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के साथ अमानवीय व्यवहार करते हैं।
पीड़िता का आरोप है कि '31अगस्त को स्कूल में छात्रों को खिचड़ी चोखा खिलाया जा रहा था। इस दौरान शिक्षकों ने मुझे और मेरी बिरादरी के बच्चों को अलग बैठाया। शिक्षकों ने खाना खाकर जूठे बर्तन हम पर फेंके, गालियां दीं और जूतों से पिटाई की व किताबें फाड़ दीं।'
इस मामले को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज हुई हैं। 2 सितंबर को शिक्षकों ने स्थानीय तुरकौलिया थाना में 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
क्या कहना है प्रधान शिक्षक का
स्कूल के प्रधान शिक्षक सचिन्द्र कुमार प्रसाद ने कहा कि शिक्षकों के खिलाफ बनाया गया ये केस मनगढ़ंत है। ये मामला स्थानीय राजनीती से प्रेरित है। गांव का स्थानीय नेता संदीप कुमार रंगदारी मांगता है। बुधवार को कुछ लोग स्कूल में आकर एमडीएम का रजिस्टर मांगने लगे। उन लोगों ने क्लास में जाकर शिक्षिकाओं से बदतमीजी की और कुर्सियां और बेंच तोड़े।
ग्रामीणों द्वारा शिक्षकों के खिलाफ प्रखंड शिक्षा अधिकारी को लिखी चिट्ठी।
संदीप कुमार के गुर्ग शिक्षकों का हाजिरी रजिस्टर ले गए। शिक्षकों ने संदीप समेत 11 लोगों पर तुरकौलिया थाना में केस दर्ज कराया है। शिक्षकों का कहना है कि बदमाशों ने बच्ची और उसके परिवार वालों को बहकाकर उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज कराया है। हमारे विद्यालय में 111 एससी व एसटी कैटेगिरी के बच्चे हैं। इनसे किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है।
कहां से आया मांस-भात
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा समिति के सचिव के यहां ईद का भोज था, लेकिन स्कूल से कोई शिक्षक नहीं गया था। लंच में उन्होंने घर बुलाया था, लेकिन शिक्षक स्कूल छोड़कर नहीं जा सकते थे। इसलिए खाना स्कूल में ही पहुंचाया गया था।
क्या कहते हैं थाना अध्यक्ष
तुरकौलिया थानाध्यक्ष फैसल अहमद ने बताया कि प्रधान शिक्षक के आवेदन पर संदीप कुमार व दस अन्य लोगों पर विद्यालय में तोड़-फोड़ व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला 403/016 दर्ज किया गया है।
स्कूल के बाहर प्रदर्शन करते ग्रामीण और छात्र।
दूसरा पक्ष भी उनके पास एमडीएम में अनियमितता व विद्यालय में मांस बनवाकर खाने की शिकायत लेकर आये थे, लेकिन उन्होंने यह शिकायत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व बीडीओ के पास लेकर जाने की सलाह दी।
क्या कहते हैं एससी-एसटी थाना अध्यक्ष
जिले के एससी-एसटी थाना अध्यक्ष उदय पाल बताते हैं कि छात्रा की शिकायत पर शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अभी इस मामले की जांच चल रही है।
ग्रामीणों ने किया था हंगामा
31 अगस्त को स्कूल में मांस -भात की दावत की खबर मिलने के बाद ग्रामीणों ने स्कूल में हंगामा किया था। गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और शिक्षकों पर अनैतिक कार्य करने का आरोप लगाया था।
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