मुजफ्फरपुर : फर्जी टीइटी शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर विभाग की हलचल
बढ़ गयी है. जिला से लेकर राज्य स्तर तक हड़कंप मचा है, जबकि मोतीपुर
प्रखंड के चिह्नित शिक्षकों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है. इसके
लिए विभाग से बार-बार आदेश भी जारी किया गया.
- गुड न्यूज : एमए, एमएससी व पीएचडी डिग्रीधारियों को दी जायेगी वरीयता, ट्रेनिंग कॉलेजों में पढ़ायेंगे प्राइमरी टीचर
- समान काम समान वेतन, समान सेवाशर्त समेत सहायक शिक्षक का दर्जा, अंट्रेंड को भी ग्रेड पे, एकमुश्त प्रशिक्षण व रिक्त पदों पर बहाली के सवाल पर आगामी आंदोलनों को भी निर्णायक हम टीमवर्क के जरिये ही बनायेंगे
- शिक्षकों का वेतन तिमाही या छमाही दिया जाता है जबकि चपरासियों का समय से
- ट्रेनिंग काॅलेज में पढाएंगे उच्च योग्यताधारी प्राइमरी टीचर
- दिसम्बर 2016 के इस मांगपत्र के आधार पर जो की बिहार के मुख्यमंत्री को ज्ञापित है
- टीईटी एसटीईटी संघ को फिर से तोड़ने की साजिश , आखिर ऐसा क्यों है ?
जिले के 10 प्रखंडों में चिह्नित 335 फर्जी शिक्षकों की लिस्ट में
मोतीपुर प्रखंड के नौ फर्जी शिक्षक भी शामिल हैं. नवंबर 2016 में ही डीएम
ने सभी चिह्नित शिक्षकों की बरखास्तगी, एफआइआर व रिकवरी का आदेश दिया था.
अन्य प्रखंडों ने कुछ कार्रवाई की लेकिन मोतीपुर में लापरवाही सामने आयी.
यहां तक कार्रवाई की रिपोर्ट के साथ गुरुवार को डीपीओ स्थापना ने सभी बीइओ
को बुलाया, तो उसमें बीइओ की बजाय उनके प्रतिनिधि पहुंचे जरूर लेकिन खाली
हाथ. उनके पास कार्रवाई की कोई रिपोर्ट नहीं थी. डीपीओ स्थापना ने बताया कि
बार-बार कहने के बाद भी बीइओ द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. बीइओ को
अंतिम चेतावनी दी गयी है, फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई करें अन्यथा विभाग
उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा.
सरकार व विभाग के दबाव के बाद भी फर्जी टीइटी शिक्षकों के खिलाफ
कार्रवाई के मामले में अधिकारियों की लापरवाही जारी है. गुरुवार को बीबी
कॉलेजिएट में सभी बीइओ को कार्रवाई की रिपोर्ट के साथ बुलाया गया था. विभाग
ने फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद चिह्नित शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक
लगा दी है, लेकिन अन्य कार्रवाई के मामले में स्थिति काफी खराब है. जिले के
10 प्रखंडों में 335 शिक्षकों का टीइटी रिजल्ट फर्जी पाया गया है.
डीपीओ स्थापना जियाउल होदा खां ने बताया कि विभिन्न प्रखंडों के 316
शिक्षकों के खिलाफ संबंधित थाने में एफआइआर दर्ज करा दी गयी है, जबकि 116
शिक्षकों की बरखास्तगी हो चुकी है. रिकवरी के मामले में कहीं से भी कोई
रिपोर्ट नहीं मिली है. डीपीओ ने बताया कि सभी बीइओ को फर्जी शिक्षकों के
खिलाफ कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट देने को कहा गया है. एफआइआर व बरखास्तगी
के बाद वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी शुरू की जायेगी.
- समान काम समान वेतन, समान सेवाशर्त समेत सहायक शिक्षक के दर्जे की मांग पर शिक्षक समुदाय अब चुप नही बैठेगा
- सभी संघ एक मंच पर आकर '' समान काम का समान वेतन '' का ऐलान करे तभी बात बनेगी
- अपने साथ पढ़ने वाली छात्रा की ब्रा खोल देना क्या लड़कपन है
- TET प्रारंभिक परीक्षा बहुत जल्द, 3 दिनों में तिथि होगी घोषित। BSEB अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी जानकारी
- सातवां वेतन आयोग: हरियाणा सरकार ने न्यूनतम पेंशन को 3500 से बढ़ाकर 9000 रुपए किया
- वाह रे शिक्षा विभाग, तीन साल नौकरी वाले केन्द्राधीक्षक और 23 साल नौकरी वाले वीक्षक!
- SBI में है अकाउंट तो पढ़ लें ये खबर, सेविंग्स अकाउंट्स में बैलेंस रखने के बदल गए नियम