शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति को बदलने के खिलाफ आंदोलन तेज होता दिख रहा है। इस मुद्दे को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रजातंत्र चौक स्थित रैन बसेरा में एक दिवसीय धरना दिया।
विभाग संयोजक शिवनारायण ने बताया कि शिक्षक बहाली प्रक्रिया के बीच में डोमिसाइल नीति को बदलना तकनीकी रूप से गैर कानूनी है । इससे बिहार के बच्चों के लिए अवसर की कमी हो जाएगी जहां सभी राज अपने राज्यों में केवल अपने बच्चों को ही प्राथमिकता देने के लिए डोमिसाइल नीति को लागू करते हैं, तो वहीं गैर हिंदी राज अपने स्थानीय भाषा का ज्ञान आवश्यक कर देते हैं। जिला संयोजक रवि कुमार ने बताया कि शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज करना बिहार सरकार की नकारात्मक सोच को दर्शाता है।सीएम नीतीश कुमार की नीति हमेशा शिक्षक, शिक्षा और छात्र विरोधी रही है। बिहार में लगभग 40 वर्षों तक नीतीश कुमार और लालू यादव का शासन रहा। नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में बिहार की शिक्षा व्यवस्था को गिरा दिया है। केंद्र सरकार द्वारा लागू नई शिक्षा नीति को जब राजभवन के द्वारा बिहार के विश्वविद्यालयों और छात्र-छात्राओं के हित में लागू करने का प्रयास किया जा रहा है, तो नीतीश कुमार के साथ-साथ शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा कई दलील दी जा रही है। प्र वहीं बिहार सरकार 4 वर्षीय डिग्री कोर्स लागू करने में कई व्यावधान पैदा कर रही है। धरना खत्म कर होने के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। इस धरना में नगर विस्तारक गणेश राज, नगर मंत्री आयुष राज, सन्नी कुमार, विक्रम आर्यन ,पीयूष कुमार ,अभिजीत कुमार, राजेश कुमार ,सौरभ कुमार, वीरू, राधा, ज्योति ,रानी ,लवली आदि सैकड़ो छात्र छात्राएं मौजूद रही ।