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फर्जी शिक्षकों कार्रवाई नहीं कर रहे चंडी बीडीओ पर गिरेगी गाज

 डीएम के आदेश के बाद कई बार कार्रवाई को लिखा गया पत्र

चंडी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय महकार में फर्जी शिक्षक थे तैनात

डीईओ ने 24 घंटे के अंदर हर हाल में कार्रवाई कर मांगी रिपोर्ट

कहा-अगर अब नहीं करायी प्राथमिकी तो वरीय अधिकारियों को लिखने को हांगे वाध

फोटो :

चंडी ब्लॉक : चंडी ब्लॉक का भवन।

बिहारशरीफ। हिन्दुस्तान संवाददाता

लगातार दिए जा रहे पत्र के बाद भी चंडी बीडीओ फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। अब उनपर ही गाज गिरनी तय मानी जा रही है। क्योंकि, डीईओ केशव प्रसाद ने अब उन्हें अंतिम चेतावनी के साथ पत्र भेजा है। पत्र में स्पष्ट कहा है कि 24 घंटे के अंदर हर हाल में महकार उत्क्रमित मध्य विद्यालय में फर्जी शिक्षक के रूप में कार्यरत रहे संतोष केवट पर प्राथमिकी दर्ज कर रिपोर्ट भेजें।

इसके बाद भी अगर वे कार्रवाई से गुरेज करते हैं तो उनके खिलाफ वरीय अधिकारियों को लिखने को लिखा जाएगा। तब उनपर बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।

क्या है मामला:

एडीएम नौशाद अहमद द्वारा कराई गई जांच में शिक्षक का प्रमाण पत्र जाली पाया गया था। उसके बाद तत्कालीन डीएम ने उनपर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इस आदेश को पांच माह से अधिक का समय बीत चुका है। बावजूद, अगस्त से लेकर अब तक बीडीओ फर्जी शिक्षक पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

बीडीओ ने दी सफाई:

चंडी बीडीओ ने बताया कि आज तक हमें प्रखंड शिक्षक संतोष केवट के खिलाफ जांच रिपोर्ट नहीं दी गई है। आखिर ऐसे में हम किसी पर कैसे और क्यों कार्रवाई करें। इस मामले में नियोजन इकाई की बैठक के बाद ही कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा। पिछले करीब सात माह से तो नियोजन इकाई भंग थी। वैसे भी जो पत्र दिए गए हैं, वे हमसे पहले वाले बीडीओ को दिया गया है। जांच रिपोर्ट और नियोजन इकाई की बैठक में लिए गए निर्णय के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उमेश के सर्टिफिकेट पर काम कर रहे थे संतोष:

स्थापना डीपीओ पूनम कुमारी ने बताया कि संतोष केवट हिलसा के भुड़कुर गांव के रहने वाले हैं। वे उमेश पासवान के नाम से जाली प्रमाण पत्र बनवाकर नियुक्त हो गए थे। जांच के दौरान संतोष केवट उर्फ उमेश पासवान का सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र गलत पाए जाने के बाद उनपर एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई का आदेश दिया गया था। बावजूद, अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है।

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