बिहार में शारिरिक शिक्षकों (PT Teachers) की बहाली के मामले ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है. दरअसल, कोर्ट (Court) के आदेश (Order) के बावजूद बिहार में अभी तक 8 हजार से अधिक फिजिकल टीचर्स की चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी बहाली नहीं हो पाई है. इसको लेकर अब तमाम राजनीतिक दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बिहार सरकार को केंद्र सरकार के नियम कानूनों का हवाला देकर तुरंत इन टीचर्स की बहाली की मांग की जा रही है.
ये है पूरा मामला :
बिहार सरकार राज्य में लगातार रोजगार (Jobs) देने के दावे करती है. कुछ समय पहले राज्य में फिजिकल टीचर्स के लिए भर्तियाँ (Vacancies) निकाली गईं थीं. इसके तहत फिजिकल टीचर्स के कुल 8 हजार 336 पदों (Posts) पर चयन प्रक्रिया आयोजित हुई थी. इन पदों पर कैंडिडेट्स का चयन भी कर लिया गया था. इसके बावजूद अभी तक इन टीचर्स की बहाली नहीं हुई है. यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया. तब पटना हाइकोर्ट (Patna High-court) ने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग को दो सप्ताह में इन टीचर्स की बहाली के आदेश दिए थे. लेकिन कोर्ट के आदेश के तीन हफ्ते बाद भी ये टीचर्स अपनी बहाली के इंतजार कर रहे हैं.
गरमा गई है राजनीति :
फिजिकल टीचर्स की बहाली में हो रही देरी को लेकर अब बिहार की राजनीति (Politics) भी गरमा गई है. तमाम राजनैतिक दलों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है. इनका कहना है कि बिहार सरकार को केंद्र सरकार (Central Government) का पूरा समर्थन (Support) है. फिर भी सरकार केंद्र सरकार के 2015 में बनाये गए नियुक्ति कानून का पालन नहीं कर रही है. इसलिए अब कोर्ट के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी टीचर्स की बहाली के इस मामले में दखल देना चाहिए और टीचर्स को इंसाफ (Justice) दिलाना चाहिए.