Patna : बिहार के लगभग 9 हजार से ज्यादा शिक्षकों की नौकरी जाना तय माना जा रहा है क्योंकि निगरानी जांच के लिए विभिन्न जिलों से 9644 शिक्षकों ने अभी तक सर्टिफिकेट अपलोड नहीं किए हैं. आपको बता दें कि सरकार की तरफ से आदेश जारी किया गया था कि बिहार के सभी जिलों के सभी शिक्षकों को अपने सर्टिफिकेट पोर्टल पर अपलोड करने हैं जिनमें से 9644 शिक्षकों ने सर्टिफिकेट अपलोड अभी तक नहीं किए हैं ऐसे में इन शिक्षकों की नौकरी जाना लगभग तय हो गया है.
इन शिक्षकों की सिर्फ नौकरी ही नहीं जाएगी बल्कि सरकारी वेतन उठाए गए पैसों की वसूली भी की जाएगी, आपको बता दें कि 21 जून से 20 जुलाई तक निगरानी जांच से जुड़े सभी शिक्षकों को फोल्डर पोर्टल पर अपलोड करने की मोहलत दी गई थी. विभिन्न जिलों से 89 हजार 874 शिक्षकों को सर्टिफिकेट अपलोड करना था इसमें से 80 हजार 230 शिक्षकों ने फोल्डर अपलोड किया है.
बोर्ड विश्वविद्यालय और प्रशिक्षण संस्थान करेंगे जांच
अपलोड
किए गए सर्टिफिकेट की जांच निगरानी के संबंधित बोर्ड, विश्वविद्यालय और
प्रशिक्षण संस्थानों से कराई जाएंगी जिससे पता चल सकेगा यह कितने शिक्षक
फर्जी सर्टिफिकेट से भर्ती हुए हैं.
आपको बता दें कि फर्जीवाड़ा करनेवाले शिक्षकों को चिन्हित करने के लिए
सरकार ने सर्टिफिकेट अपलोड करने का आदेश जारी किया था. 20 जुलाई तक फोल्डर
अपलोड करने की डेट निर्धारित की गई थी लेकिन 20 जुलाई बीत जाने के बाद भी
अभी तक 9644 शिक्षकों ने सर्टिफिकेट अपलोड नहीं किए हैं ऐसे में इन
शिक्षकों की नौकरी खतरे में आ गई है.
सरकार ने साफ किया था कि बिहार में जितने भी शिक्षक हैं उनमें कई ऐसे शिक्षक हैं जो फर्जी तरीके से शिक्षक बने हैं ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करने के लिए सर्टिफिकेट अनिवार्य था इसीलिए निगरानी जांच में सर्टिफिकेट अपलोड करने की बात कही थी.