मधेपुरा। विद्यालय के विकास के लिए आवंटित राशि कोविद्यालय प्रधान ने
फर्जी तरीके से निकाल कर गबन कर लिया है। प्रधान ने विद्यालय सचिव का फर्जी
ढंग से हस्ताक्षर कर बैंक से इस राशि की निकासी की है। मामला प्रखंड
अन्तर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुरसंडी का है।
विद्यालय के प्रधान शिक्षक हरिश्चन्द्र प्रसाद गुप्ता ने शिक्षा समिति सचिव रीना देवी का फर्जी हस्ताक्षर कर एक लाख 52 हजार 280 रुपये की फर्जी ढंग से निकासी की है। प्रधान शिक्षक के कारनामे की पोल खोलते हुए सचिव रीना देवी ने जिलाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया है। आवेदन में कहा गया है कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पुरैनी के संयुक्त खाते से बिना उनके हस्ताक्षर के बीते पांच माह के दौरान विभिन्न मदों के एक लाख 52 हजार 280 रुपये की अवैध ढंग से राशि की निकासी कर उसका गबन कर लिया गया है। आवेदन में कहा गया है कि जून माह में उनके द्वारा 30 हजार के चेक पर हस्ताक्षर किया गया था। उसके बाद अभी तक उन्होंने किसी भी चेक पर हस्ताक्षर नहीं किया है। इसके बावजूद मेरे फर्जी हस्ताक्षर से विद्यालय के संयुक्त खाते से राशि की निकासी होती चली आ रही है।
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फर्जी हस्ताक्षर से कब हुई है कितनी निकासी
विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव रीना देवी के आवेदन में कहा गया है कि प्रधान शिक्षक ने सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर 30 जून, 2018 को 23 हजार, 27 अगस्त को 13 हजार, 30 अगस्त को 15 हजार, 10 सितंबर को 11 हजार दो सौ 80 रुपये, 29 सितंबर को 43 हजार एवं नौ अक्टूबर को 47 हजार सहित कुल एक लाख 52 हजार 280 रुपये की निकासी कर उसका गबन कर लिया गया है।
इस संबंध में प्रधान शिक्षक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि आरोप गलत है। सचिव जहां चाहे शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए वे स्वतंत्र हैं। वहीं प्रभारी बीईओ बिन्देश्वरी प्रसाद साह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। मामला काफी संगीन है। बिना जांच के कुछ भी नही कहा जा सकता है। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर प्रधान शिक्षक के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी से संबंधित मामला दर्ज कराया जाएगा।
विद्यालय के प्रधान शिक्षक हरिश्चन्द्र प्रसाद गुप्ता ने शिक्षा समिति सचिव रीना देवी का फर्जी हस्ताक्षर कर एक लाख 52 हजार 280 रुपये की फर्जी ढंग से निकासी की है। प्रधान शिक्षक के कारनामे की पोल खोलते हुए सचिव रीना देवी ने जिलाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया है। आवेदन में कहा गया है कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पुरैनी के संयुक्त खाते से बिना उनके हस्ताक्षर के बीते पांच माह के दौरान विभिन्न मदों के एक लाख 52 हजार 280 रुपये की अवैध ढंग से राशि की निकासी कर उसका गबन कर लिया गया है। आवेदन में कहा गया है कि जून माह में उनके द्वारा 30 हजार के चेक पर हस्ताक्षर किया गया था। उसके बाद अभी तक उन्होंने किसी भी चेक पर हस्ताक्षर नहीं किया है। इसके बावजूद मेरे फर्जी हस्ताक्षर से विद्यालय के संयुक्त खाते से राशि की निकासी होती चली आ रही है।
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फर्जी हस्ताक्षर से कब हुई है कितनी निकासी
विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव रीना देवी के आवेदन में कहा गया है कि प्रधान शिक्षक ने सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर 30 जून, 2018 को 23 हजार, 27 अगस्त को 13 हजार, 30 अगस्त को 15 हजार, 10 सितंबर को 11 हजार दो सौ 80 रुपये, 29 सितंबर को 43 हजार एवं नौ अक्टूबर को 47 हजार सहित कुल एक लाख 52 हजार 280 रुपये की निकासी कर उसका गबन कर लिया गया है।
इस संबंध में प्रधान शिक्षक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि आरोप गलत है। सचिव जहां चाहे शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए वे स्वतंत्र हैं। वहीं प्रभारी बीईओ बिन्देश्वरी प्रसाद साह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। मामला काफी संगीन है। बिना जांच के कुछ भी नही कहा जा सकता है। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर प्रधान शिक्षक के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी से संबंधित मामला दर्ज कराया जाएगा।