शिक्षक विद्यालय में आने के बाद बच्चों के क्लास लेने से पहले डायरी में यह मेंशन करेंगे कि वे आज क्या पढ़ाएंगे। यहीं नहीं अगले दिन पढ़ाई जाने वाली पाठ्यक्रम का भी डायरी में जिक्र करना अनिवार्य होगा। इस योजना के लागू होने के बाद शिक्षकों को फांकी मारने से काम नहीं चलेगा। साथ ही शिक्षा के गुणवत्ता में भी व्यापक सुधार आएगा।
राज्य व जिलास्तरीय पदाधिकारी करेंगे मॉनिट¨रग
सर्वशिक्षा अभियान के डीपीओ दिनेश्वर मिश्र ने कहा कि बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की डायरी की जांच राज्यस्तरीय व जिलास्तरीय पदाधिकारी नियमित रूप से करेंगे। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यहीं नहीं डायरी में जिस विषय व पाठ्य की चर्चा की जाएगी उसके बारे में संबंधित पदाधिकारी वर्ग कक्ष में जाकर बच्चों से शिक्षकों की भूमिका की भी जांच करेंगे। इस तरह की व्यवस्था के लिए जिले के तमाम विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को सूचना भेज दी गई है।
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शिक्षकों को भी निभानी होगी अपनी जवाबदेही
इस नए व्यवस्था के तहत शिक्षकों को भी अपनी जवाबदेही निभानी होगी। उन्हें पूरी पारदर्शिता व ईमानदारी के साथ बच्चों के पठन-पाठन पर ध्यान देना होगा। साथ ही डायरी में लिखे गए विषयों के बारे में भी समय-समय पर विभाग को अवगत कराना होगा। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव से मिले दिशा निर्देश के बाद अब डीईओ व डीपीओ ने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। ----------- कहते हैं अधिकारी
बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए शिक्षकों पर लगाम कसने के लिए इस तरह की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के तहत अब हर शिक्षक को हर हाल में डायरी मेंटेन करना होगा। ऐसा होने से शिक्षक बच्चों को आज व कल क्या पढ़ाएंगे, इसकी जानकारी संबंधित पदाधिकारी को भी मिल सकेगी। साथ ही विभाग के अफसर इसी डायरी के आधार पर बच्चों से पूछताछ भी कर सकेंगे।
दिनेश्वर मिश्र
डीपीओ, सर्वशिक्षा अभियान