पहले तो कई जिलों में बहाली की गति ही बेहद सुस्त पड़ी हुई थी. शिक्षा विभाग के कई बार जिलों को रिमाइंडर कराने के बाद कुछ जिलों ने इसकी प्रक्रिया पूरी की.
परंतु तमाम कोशिशों के बाद भी इस बहाली की प्रक्रिया में कई स्तर पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलने लगी हैं. इसका सबसे हालिया उदाहरण बक्सर जिले का है, जहां शिक्षकों की मेरिट सूची में धांधली होने पर वहां के डीएम की अनुशंसा के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने पूरी प्रक्रिया को रद्द करके इसे फिर से शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है. साथ ही इस मामले में वहां के डीईओ (जिला शिक्षा पदाधिकारी) और डीपीओ (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी) पर कार्रवाई की तैयारी भी शुरू हो गयी है. नियमानुसार सूची तैयार होने के बाद सभी जिलों के डीईओ और डीपीओ के स्तर पर इसकी जांच कर अंतिम स्तर पर अनुशंसा करने का प्रावधान है.
—मेरिट लिस्ट में छेड़छाड़ करने समेत इस तरह की कई शिकायतें आ रहीं सामने, दूसरे जिलों में हो सकती है जांच
कुछ लोगों का नाम नीचे से ऊपर कर दिया गया
बक्सर में डीएम की जांच में यह बात सामने आयी थी कि डीईओ कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर के जरिये मेरिट लिस्ट में छेड़छाड़ करवायी गयी है. कुछ लोगों का नाम नीचे से ऊपर कर दिया गया है. जब डीएम ने इसकी जांच शुरू की, तो सूची को फिर से संशोधित करवा दिया गया है. कुछ लोगों का नाम आनन-फानन में हटा भी दिया गया. इस तरह की शिकायत बक्सर के अलावा अन्य जिलों से भी आ रही है. परंतु जिला स्तर पर अभी इसकी जांच नहीं हुई है. इसके अलावा दूसरे जिलों में भी अतिथि शिक्षकों की मेरिट लिस्ट में कई तरह की गड़बड़ी की बात कही जा
कुछ लोगों का...
रही है. मधुबनी जिले में यह शिकायत मिल रही है कि दूसरे जिलों के लोगों ने काफी संख्या में आवेदन कर दिया. इससे उनका नाम मेरिट लिस्ट में ऊपर आ गया. इससे स्थानीय लोगों को समस्या हो गयी है. कुछ लोगों की बहाली नहीं हो पायी है. नालंदा, नवादा समेत अन्य जिलों में तैयार की गयी मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी की बात कही जा रही है.