बरबीघा : अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर जिला माध्यमिक शिक्षक
संघ भवन से नियोजित माध्यमिक शिक्षकों के द्वारा समाहरणालय तक पैदल मार्च
निकाला गया. आक्रोशित नियोजित माध्यमिक शिक्षकों के द्वारा बैनर पोस्टर के
साथ निकाले गये पैदल मार्च के दौरान समान काम समान वेतन के पक्ष में नारे
भी लगाए जा रहे थे. दर्जनों शिक्षकों शिक्षिकाओं के द्वारा निकाली गई इस
जुलूस को समाहरणालय के मुख्य दरवाजे पर समाप्त किया गया. जहां बिहार
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव राजनीतिक कुमार ने शिक्षकों के समान काम
समान वेतन के लिए संघ के द्वारा छोड़े गए संघर्ष को मांग पूरी होने तक जारी
रखने की बात बताई गई.
उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्च पदाधिकारियों द्वारा निकासी एवं व्ययन
पदाधिकारी के मौलिक अधिकारों का हनन करने वाली प्रक्रिया को आरंभ करने पर
भी आक्रोश जताया और इसे फॉरेन वापस लेने की मांग की. संघ के जिलाध्यक्ष रवि
कुमार एवं राज्य कार्यसमिति सदस्य राजीव कुमार उर्फ पप्पू सिंह, उपाध्यक्ष
रीना कुमारी आदि ने पत्रकारों को बताया कि उच्च न्यायालय के द्वारा समान
काम समान वेतन की मांग को लेकर दिए गए फैसले के बावजूद राज्य सरकार सुप्रीम
कोर्ट में अलग-अलग तरह की बयान को लेकर शिक्षकों के साथ और लोकतांत्रिक
व्यवहार कर रही है. जिसके कारण शिक्षक थका हुआ महसूस कर रहे हैं.
पंकज प्रसून गुंजन कुमार, डॉ. शमीम अहमद, परशुराम सिंह, रमाकांत सिंह,
उमेश पासवान, डॉ. शशांक कुमार आदि शिक्षकों ने सरकार को गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा के लिए शिक्षकों के प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए यथाशीघ्र
वेतनमान देने की मांग की गई. जिला सचिव राजनीति कुमार के साथ पांच सदस्य
प्रतिनिधि मंडल के द्वारा जिलाधिकारी द्वारा प्रतिनियुक्त पदाधिकारी के रुप
में मौजूद अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार को प्रमाण पत्र सौंपा गया.