शेखपुरा। पांच दिन तक चले नियोजित शिक्षकों के सामूहिक अनशन के पीछे का राज
शनिवार को स्थापना डीपीओ मानस मि¨लद ने मीडिया के समक्ष उजागर कर दिया।
मानस मि¨लद ने बताया कि संघ के नेता ने शिक्षकों को गुमराह करके अनशन और
आंदोलन कराया।
डीपीएम ने कहा कि असल में नियोजित शिक्षक संघ के अध्यक्ष
नरेश शास्त्री तथा उनकी शिक्षक पत्नी वीणा कुमारी के खिलाफ विभाग में
आंतरिक जांच चल रही है। इसी जांच को प्रभावित करने तथा जांच दबाने के लिए
दूसरे शिक्षकों को गुमराह करके अनशन का नाटक किया गया। इधर संघ के अध्यक्ष
नरेश शास्त्री ने डीपीओ के इस दावे पर कड़ी आपत्ति व्यक्त किया है। शास्त्री
ने अपने या अपनी पत्नी के खिलाफ किसी तरह की जांच की बात से इंकार किया
है। उन्होंने बताया कि सर्टिफिकेट की जांच पहले की गई थी। जिसमें पहले ही
क्लीनचीट मिल चुकी है। इधर डीपीओ ने बताया कि संघ के नरेश शास्त्री तथा
उनकी पत्नी वीणा कुमारी के ट्रे¨नग सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है। बताया
जाता है कि नरेश शास्त्री शेखपुरा के बसंती कन्या मिडिल स्कूल तथा उनकी
पत्नी वीणा कुमारी मौलानगर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। बताया गया कि
किसी व्यक्ति ने डीएम को आवेदन देकर इस शिक्षक दंपती के ट्रे¨नग
सर्टिफिकेट पर संदेह जताया है। इसके अलावा वीणा कुमारी के खिलाफ मौलानगर के
ग्रामीणों ने अलग से आवेदन देकर स्कूल में मनमानी करने तथा एमडीएम में
घपला करने का आरोप लगाया है। डीपीओ ने बताया कि विभिन्न आरोपों को लेकर
शिक्षक दंपती के वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया गया है।
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