नवादा। समान काम का समान वेतन लागू करने की मांग को लेकर शनिवार को बिहार
राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के सदस्यों ने समाहरणालय के समीप रैन बसेरा में
धरना दिया। अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष रामजी प्रसाद ने की। जिलाध्यक्ष
ने अपने संबोधन में कहा कि समान काम का समान वेतन देने की मांग शिक्षकों की
हित में है।
कोर्ट के फैसले को अगर सरकार 30 जनवरी तक लागू नहीं करती है तो सभी शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षकों पर थोपे जा रहे गैर शैक्षणिक कार्य जैसे मानव श्रृंखला कार्य का भी बहिष्कार किया जाएगा। राजेंद्र कुमार रंजन ने कहा कि एमडीएम के नाम पर शिक्षकों के उपर दंडात्मक कार्रवाई करने का आदेश निर्गत किया गया है, उसे तत्काल वापस लिया जाए। शिक्षकों के धरना को जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव सलमान खुर्शीद व पूर्व जिला पार्षद मीना कुशवाहा ने भी समर्थन दिया और दोनों इसमें शामिल भी हुए। श्रीखुर्शीद ने कहा कि जिस समाज में शिक्षक भूखा हो उस समाज में संस्कार पैदा नहीं किया जा सकता है। पार्टी के संरक्षक सांसद राजेश रंजन ने पुरजोर तरीके से शिक्षकों के हित में लोकसभा में आवाज उठाने का काम किया। संघ के र¨वद्र पांडेय ने कहा कि सरकार अगर शिक्षकों की मांग पूरा नहीं करती है तो शिक्षकों ने भी आर-पार की लड़ाई के लिए कमर कस लिया है। मंच संचालन संघ के प्रधान सचिव कुमार देवेंद्र ने किया। धरना के पश्चात संघ के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मिलकर उच्च न्यायालय के फैसले समान काम का समान वेतन लागू करने, चार माह का बकाया वेतन भुगतान करने, सातवां वेतन का शीघ्र निर्धारण करने, नियोजित शिक्षकों को मकान, शिक्षा व चिकित्सा ऋण मुहैया कराने समेत छह सूत्री मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा। मौके पर शंकर कुमार, अनिरुद्ध कुमार, सुरेंद्र कुमार उर्फ लालो, सफीक उद्दीन, अजय कुमार, अजीत राउत, प्रभाकांत शर्मा, शंभू यादव, कुसुमलता, कुमकुम कुमारी, द्रोपदी ¨सह, रोहणी कुमारी, सुप्रिया कुमारी, संगीता कुमारी, ¨रकू यादव, माधुरी कुमारी, सुनील कुमार भारती, स्नेहलता, छोटेलाल बेसरा, सबाना प्रवीण, अरुण कुमार समेत सैंकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।
कोर्ट के फैसले को अगर सरकार 30 जनवरी तक लागू नहीं करती है तो सभी शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षकों पर थोपे जा रहे गैर शैक्षणिक कार्य जैसे मानव श्रृंखला कार्य का भी बहिष्कार किया जाएगा। राजेंद्र कुमार रंजन ने कहा कि एमडीएम के नाम पर शिक्षकों के उपर दंडात्मक कार्रवाई करने का आदेश निर्गत किया गया है, उसे तत्काल वापस लिया जाए। शिक्षकों के धरना को जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव सलमान खुर्शीद व पूर्व जिला पार्षद मीना कुशवाहा ने भी समर्थन दिया और दोनों इसमें शामिल भी हुए। श्रीखुर्शीद ने कहा कि जिस समाज में शिक्षक भूखा हो उस समाज में संस्कार पैदा नहीं किया जा सकता है। पार्टी के संरक्षक सांसद राजेश रंजन ने पुरजोर तरीके से शिक्षकों के हित में लोकसभा में आवाज उठाने का काम किया। संघ के र¨वद्र पांडेय ने कहा कि सरकार अगर शिक्षकों की मांग पूरा नहीं करती है तो शिक्षकों ने भी आर-पार की लड़ाई के लिए कमर कस लिया है। मंच संचालन संघ के प्रधान सचिव कुमार देवेंद्र ने किया। धरना के पश्चात संघ के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मिलकर उच्च न्यायालय के फैसले समान काम का समान वेतन लागू करने, चार माह का बकाया वेतन भुगतान करने, सातवां वेतन का शीघ्र निर्धारण करने, नियोजित शिक्षकों को मकान, शिक्षा व चिकित्सा ऋण मुहैया कराने समेत छह सूत्री मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा। मौके पर शंकर कुमार, अनिरुद्ध कुमार, सुरेंद्र कुमार उर्फ लालो, सफीक उद्दीन, अजय कुमार, अजीत राउत, प्रभाकांत शर्मा, शंभू यादव, कुसुमलता, कुमकुम कुमारी, द्रोपदी ¨सह, रोहणी कुमारी, सुप्रिया कुमारी, संगीता कुमारी, ¨रकू यादव, माधुरी कुमारी, सुनील कुमार भारती, स्नेहलता, छोटेलाल बेसरा, सबाना प्रवीण, अरुण कुमार समेत सैंकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।