किशनगंज। जिले में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को समय पर वेतन नही मिलने
के कारण आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों द्वारा
बार-बार अपने लंबित वेतन के लिए मांग होती रही है, लेकिन विभाग द्वारा इस
दिशा में अबतक शिक्षकों को लंबित वेतन का भुगतान नही मिल पाया है।
शुक्रवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान सचिव पंकज कुमार बसाक ने बताया कि जिला में आठ हजार नियोजित शिक्षक हैं। इनमें जीओबी मद में 2,800 शिक्षक और एसएसए मद में 5,200 शिक्षक शामिल हैं।
जिला में नियोजित जीओबी प्रखंड शिक्षकों को पिछले आठ माह और एसएसए मद वाले शिक्षकों का वेतन पांच माह से लंबित है। इसके कारण शिक्षकों में रोष व्याप्त है। नियोजित शिक्षकों की आंतरिक मनोदशा को देखते हुए बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई धरना प्रदर्शन करने को लेकर रणनीति बना रही है। इसको लेकर शनिवार को मातृ मंदिर में प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई की बैठक बुलाई गई है। इसमें लंबित वेतन की मांग के साथ कई अन्य मांगों के लिए भी विचार-विमर्श होना तय है।
कोट
जीओबी और एसएसए मद में जिन नियोजित शिक्षकों का वेतन पिछले आठ माह और पांच माह से लंबित है। इनके लंबित वेतन के भुगतान के लिए विभाग से डिमांड मांगा गया है। डिमांड की स्वीकृति मिलते ही नियोजित शिक्षकों के लंबित वेतन का भुगतान संभव हो पाएगा।
विश्वनाथ साह, डीइओ, किशनगंज।
शुक्रवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान सचिव पंकज कुमार बसाक ने बताया कि जिला में आठ हजार नियोजित शिक्षक हैं। इनमें जीओबी मद में 2,800 शिक्षक और एसएसए मद में 5,200 शिक्षक शामिल हैं।
जिला में नियोजित जीओबी प्रखंड शिक्षकों को पिछले आठ माह और एसएसए मद वाले शिक्षकों का वेतन पांच माह से लंबित है। इसके कारण शिक्षकों में रोष व्याप्त है। नियोजित शिक्षकों की आंतरिक मनोदशा को देखते हुए बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई धरना प्रदर्शन करने को लेकर रणनीति बना रही है। इसको लेकर शनिवार को मातृ मंदिर में प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई की बैठक बुलाई गई है। इसमें लंबित वेतन की मांग के साथ कई अन्य मांगों के लिए भी विचार-विमर्श होना तय है।
कोट
जीओबी और एसएसए मद में जिन नियोजित शिक्षकों का वेतन पिछले आठ माह और पांच माह से लंबित है। इनके लंबित वेतन के भुगतान के लिए विभाग से डिमांड मांगा गया है। डिमांड की स्वीकृति मिलते ही नियोजित शिक्षकों के लंबित वेतन का भुगतान संभव हो पाएगा।
विश्वनाथ साह, डीइओ, किशनगंज।