बिहार के शिक्षा व्यवस्था पर हाय तौबा क्यों?
BSEB के परिणाम घोषित होते ही बिहार के मिडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक भुचाल . पर ये तो होना ही था . आज जो विपक्षी या मिडिया चिल्ला रहे है गत वर्षो मे क्यों मौन धारण किए बैठी थी।
क्या गत बर्षों मे बिहार कि शिक्षा व्यवस्था उन्नत थी। क्या गत बर्षों मे परिक्षा कदाचार मुक्त था। क्या गत बर्षो मे शिक्षक दक्ष थे?
परन्तु इस परिक्षा फल से सरकार सिख ले सकती हैं अगर सरकार के पास इच्छा शक्ति हो तो।
सरकार शिक्षक वर्ग को विशवास मे ले। इसके लिये सरकार को मत प्राप्ती कि सोच त्याग कर कठोर कदम उठाना होगा।
1) TeT pass trained शिक्षक को full scale salary दे
2)Tet untrained को training कराय 2019 तक ।तदुपरांत इन्हें भी।
3)2003 से अब तक जो भी tetपास न है उनके लिए tet का आयोजन हो ।और इसमे आयु सीमा न । अगर ये qualify न करे तो जब तक वर्तमान salry पर कार्य करे जब तकqualify न हो जाए।
4)सरकार अपने शिक्षा निति को इमानदारी से शिक्षा मत्री से शिक्षकों तक समान रूप से लागु करें।
5)फर्जी tet शिक्षकों से मुक्ति
नहीं तो भगवान भी बिहार के शिक्षा व्यवस्था को सुधार नही सकते ।ये करवा सच है ।
BSEB के परिणाम घोषित होते ही बिहार के मिडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक भुचाल . पर ये तो होना ही था . आज जो विपक्षी या मिडिया चिल्ला रहे है गत वर्षो मे क्यों मौन धारण किए बैठी थी।
क्या गत बर्षों मे बिहार कि शिक्षा व्यवस्था उन्नत थी। क्या गत बर्षों मे परिक्षा कदाचार मुक्त था। क्या गत बर्षो मे शिक्षक दक्ष थे?
परन्तु इस परिक्षा फल से सरकार सिख ले सकती हैं अगर सरकार के पास इच्छा शक्ति हो तो।
सरकार शिक्षक वर्ग को विशवास मे ले। इसके लिये सरकार को मत प्राप्ती कि सोच त्याग कर कठोर कदम उठाना होगा।
1) TeT pass trained शिक्षक को full scale salary दे
2)Tet untrained को training कराय 2019 तक ।तदुपरांत इन्हें भी।
3)2003 से अब तक जो भी tetपास न है उनके लिए tet का आयोजन हो ।और इसमे आयु सीमा न । अगर ये qualify न करे तो जब तक वर्तमान salry पर कार्य करे जब तकqualify न हो जाए।
4)सरकार अपने शिक्षा निति को इमानदारी से शिक्षा मत्री से शिक्षकों तक समान रूप से लागु करें।
5)फर्जी tet शिक्षकों से मुक्ति
नहीं तो भगवान भी बिहार के शिक्षा व्यवस्था को सुधार नही सकते ।ये करवा सच है ।