पटना| हाईस्कूलोंके प्रधानाचार्य बताएंगे कि मैट्रिक का रिजल्ट खराब क्यों
हुआ? शिक्षा विभाग ने खराब रिजल्ट देनेवाले हाईस्कूलों के प्रधानाचार्यों
से कारण स्पष्ट करने को कहा है। कम संख्या में फर्स्ट या सेकंड करने और
खराब रिजल्ट देने के पीछे कारण क्या रहे, सरकार इसकी पड़ताल में जुट गई है।
इन वजहों को दूर कर सरकार अगले साल रिजल्ट बेहतर हो, इसका कार्यक्रम तैयार
करेगी। हाईस्कूलों को एक सप्ताह में विभागीय नोटिस का जवाब देने का निर्देश
दिया गया है।
शिक्षा विभाग का कहना है कि स्कूलों को तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, इसके बावजूद वह रिजल्ट बेहतर देने में सफल नहीं हो रहे हैं। नोटिस में कहा गया है कि मैट्रिक परीक्षा 2016 में रिजल्ट काफी खराब रहा। इससे लगता है कि शिक्षकों ने कक्षाओं में बच्चों को सही ढंग से नहीं पढ़ाया। इसलिए स्कूलों में उनकी जिम्मेदारी तय की जानी जरूरी है। सरकार अब शिक्षकों को कक्षाओं में उपस्थित रहने और विषयों को सही प्रकार से पढ़ाने के लिए गाइडलाइन भी जारी करेगी। अगर सात दिनों में स्पष्टीकरण नहीं मिला तो प्रधानाचार्य कार्रवाई के दायरे में जाएंगे। डीईओ को निर्देश दे दिए गए हैं।
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