सारण। चौंकाने वाली बात है। नगरा प्रखंड में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों में किसी ने भी इस्तीफा नहीं दिया है। इससे साबित होता है कि यहां कोई भी शिक्षक फर्जी तरीके से नियोजित नहीं हुआ है। हालांकि विभागीय सूत्र बताते हैं कि यहां भी फर्जीवाड़ा का बोलबाला है। अब जांच के बाद ही असलियत सामने आएगी।
विभागीय सूत्रों के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में 304 शिक्षक नियोजित हैं। लेकिन एक भी अपने आप को फर्जी नहीं मान रहा है।
वहीं बीईओ चंद्रशेखर दास ने कहा कि विजलेंस जांचोपरांत ही फर्जी शिक्षकों का राज खुलेगा। उन्होने कहा कि इस प्रखंड में वैसे भी शिक्षक हैं जिनमें एक ही नाम, एक ही अंकपत्र, एक ही क्रमांक तथा प्रमाण पत्र के कागजात नियोजन के दौरान लगाये हैं। दोनों शिक्षक का नाम एक ही है। दोनों अपने कागजात सही बता रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई पंचायतों में शिक्षक का प्रमाण पत्र मांगा गया, लेकिन नहीं मिला। जिसमें कठिनाइयां झेलनी पड़ीं और अंत में उन नियोजित शिक्षकों को दबाव देकर प्रमाण पत्र की छायाप्रति मांगी गयी जो जांच का विषय है। क्षेत्र में चर्चा है कि विजलेंस गंभीरता से जांच करेगी तो खुद ही फर्जी शिक्षकों के नाम का खुलासा होगा। हालांकि विभागीय सूत्रों के अनुसार 20 से 25 फर्जी शिक्षक हो सकते हैं।सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details