सिटी पोस्ट लाइव : जिन शिक्षकों
की वार्षिक आय तीन से पांच लाख रुपये के बीच उनके वेतन से सेवा कर के तौर
पर एक हजार रुपये की एकमुश्त कटौती की जाएगी. जिनकी आय पांच से दस लाख है
उनके वेतन से दो हजार से ढाई हजार रुपये की कटौती की जाएगी. नियोजित
शिक्षकों के वेतन से सीधे राशि की कटौती नहीं की जाएगी.
नियोजित शिक्षकों
को वेतन जारी होने के बाद चालान के माध्यम से सेवा कर कोषागार में जमा
कराना होगा. जाहिर है नियोजित शिक्षक भी सेवा कर से बच नहीं पायेगें.
नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए शिक्षा
विभाग ने मंगलवार को 21 अरब रुपये जारी कर दिया है.गौरतलब है कि जिलों की
इकाई द्वारा पूर्व में दिए गए पैसों का हिसाब किताब नहीं दिए जाने
की वजह से ट्रेजरी लॉक हो गई है. अपने वेतन के भुगतान को लेकर माध्यमिक
शिक्षक संघ ने सूबे के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर उनसे
दुर्गा पूजा से पहले-पहले ही वेतन राशि जारी करने और शिक्षकों को देने का
आग्रह किया है.गौरतलब है कि देश के सरकारी नियोजित और नियमित शिक्षकों को
फिलहाल अगस्त और सितंबर का वेतन नहीं मिला है. सरकार के इस बैठक अब दो
महीने से वेतन का इंतजार कर रहे इन शिक्षक वेतन से इस कटौती को लेकर परेशान
हैं.लेकिन शिक्षा विभाग का कहना है कि यह कानूनी रूप से अनिवार्य है.