शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक ने सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों से एक सप्ताह में मांगी सूची
पटना : शिक्षा विभाग ने सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में
कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है. सरकारी
स्कूलों में तैनात जिन शिक्षकों ने बीएड का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया
है, उनकी पूरी विस्तृत सूची सात दिनों के अंदर मुहैया कराने के लिए कहा गया
है. इस मामले में शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक विनोद कुमार सिंह ने सभी जिलों
के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) को पत्र लिखा है.
इसके अनुसार, सत्र 2018-20 के दौरान माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक
स्कूलों में अप्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या 1467 है. बीएड-2018 की संयुक्त
प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर सफल उम्मीदवारों के नामांकन की अनुमति
देते हुए विभाग पहले से अप्रशिक्षित 1467 शिक्षकों के नामांकन पर रोक लगा
दी है. ऐसी स्थिति में ये सभी 1467 शिक्षकों में से कितने शिक्षक रोक
संबंधित पत्र जारी होने तक विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में
नामांकित हो चुके या नामांकन ले लिया हैं. साथ ही इस सूची में पहले से
नामांकित कितने शिक्षक हैं, इसकी जानकारी शिक्षकवार संबंधित प्रशिक्षण
संस्थान का उल्लेख करते हुए यह जानकारी भी एक सप्ताह के अंदर मुहैया करवा
दें.
इस पत्र में यह भी कहा गया है कि 1467 अप्रशिक्षित शिक्षकों के
अतिरिक्त भी अनेक शिक्षक ऐसे हैं, जो अप्रशिक्षित हैं. इनके बारे में
निदेशालय माध्यमिक शिक्षा के स्तर से एनसीटीई से मान्यता प्राप्त शिक्षक
प्रशिक्षण संस्थानों में ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए निर्देश जारी किया
गया था. इन शिक्षकों के अतिरिक्त अन्य किन स्थानों पर ये ट्रेनिंग ले रहे
हैं. उनकी पूरी सूची भी सभी जिलों को एक सप्ताह में मुहैया कराने का सख्त
निर्देश जारी किया गया है. सभी जिलों को सख्त रूप से कहा गया है कि हर हाल
में समय पर सूची मुहैया करायें.
पटना. सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए
औचक निरीक्षण की व्यवस्था शुरू की गयी है. इसके अंतर्गत 16 अगस्त को 130
माध्यमिक स्कूलों का जिला और प्रखंड स्तर के अधिकारियों ने औचक निरीक्षण
किया गया था.
इस दौरान 51 शिक्षक बिना किसी जानकारी या सूचना दिये गायब पाये गये.
इन सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटते हुए अनुशासनिक कार्रवाई करने का
आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है. इस मामले में माध्यमिक शिक्षा
निदेशक राजीव प्रसाद सिंह ने सभी संबंधित जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी
को पत्र लिखा है. इनके खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही इसकी पूरी जानकारी
विभाग को भी मुहैया कराने को कहा गया है. सभी जिलों में किये गये इस औचक
निरीक्षण के दौरान 18 जिलों के माध्यमिक स्कूलों के ही 51 शिक्षक ही गायब
मिले थे.
इस वजह से इन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को संबंधित आरोपी
शिक्षकों पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. गायब शिक्षकों पर डीईओ के
स्तर पर ही कार्रवाई की जायेगी. जिन जिलों में स्कूल के शिक्षक गायब पाये
गये, उसमें अरवल, भागलपुर, भोजपुर, पूर्वी चंपारण, जमुई, कटिहार, लखीसराय,
मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान,
सुपौल, वैशाली और पश्चिम चंपारण शामिल हैं.