पटना : निगरानी जांच में फर्जी पाये गये शिक्षक की जल्द बर्खास्तगी
होगी. प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने ऐसे शिक्षकों को तत्काल बर्खास्त करने का
आदेश जारी किया है.
निदेशालय के आदेश के अनुसार उन्हें बर्खास्त करने के अलावा उनके खिलाफ
मामला दर्ज किया जायेगा और वेतन मद में भुगतान की गयी राशि भी वसूल की
जायेगी. बर्खास्तगी की कार्रवाई नियोजन इकाई द्वारा की जानी है. प्राथमिक
शिक्षा निदेशक अरविंद कुमार वर्मा ने सभी जिला पदाधिकारियों (डीईओ) को पत्र
के माध्यम आदेश निर्गत करते हुए एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई का ब्योरा
सौंपने का निर्देश दिया है. पत्र के अनुसार पहले भी इस संबंध मे निदेशित
किया गया है, लेकिन अभी तक फर्जी पाये गये शिक्षकों को नियोजन इकाई की तरफ
से बर्खास्त नहीं किया गया है.
निदेशक ने डीईओ को यह जिम्मेदारी दी है ताकि वे सभी नियोजन इकाई से
कार्रवाई की रिपोर्ट लेकर निदेशालय को सूचित करें. डीइओ को कार्रवाई से
संबंधित एक फॉर्मेट उपलब्ध कराया गया है जिसमें फर्जी पाये गये शिक्षकों की
संख्या आदि भर कर जमा करना है.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश पर निगरानी विभाग ने प्राथमिक और
मध्य विधालयों मे नियुक्त नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू
की थी. जांच मे ऐसे कई शिक्षक मिले थे जिनके प्रमाण पत्र फर्जी थे.
निगरानी विभाग ने वैसे शिक्षकों को बर्खास्त करने, वेतन की राशि वसूल
करने और केस दर्ज करने की सिफारिश की थी. जानकारी के अनुसार विभाग की ओर
से कई बार पत्र लिखकर इन शिक्षकों को हटाने को कहा गया. लेकिन अब तक
कार्रवाई नहीं हुई है. अब एक बार फिर से शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा
पदाधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किया है.