Advertisement

सरकार को देना होगा शिक्षकों का हक: आनन्द कौशल

मधुबनी। सरकार को हरहाल में शिक्षकों को उनका वाजिब हक देना होगा। समान काम के बदले समान वेतन शिक्षकों का संवैधानिक अधिकार है। शिक्षक अपनी एकजुटता व संघर्ष के बदौलत इसे हर हाल में हासिल करेंगे। उक्त विचार शिक्षक संघ के प्रांतीय नेता सह उच्च्तम न्यायालय में प्रतिवादी आनन्द कौशल ने शनिवार को स्थानीय मध्य विद्यालय खजौली के परिसर में आयोजित एक दिवसीय शिक्षक संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त की।


उन्होंने कहा कि कुछ शिक्षक संगठन शिक्षकों की एकता को खंडित कर न्यायिक लड़ाई को कमजोर करना चाहते हैं। ऐसे लोगों व संगठनों से सावधान रहने की जरूरत है। उपस्थित शिक्षकों को विश्वास दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वेतमान की न्यायिक लड़ाई अंतिम पड़ाव पर है और जीत शिक्षकों की ही होगी। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वे शिक्षकों को वेतनमान देने में नाहक अड़ंगा न लगाएं। शिक्षक अपने हक की प्राप्ति को हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। श्री कौशल ने न्यायिक लड़ाई में सहयोग के लिए खजौली प्रखंड के शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया। वहीं संगठन के वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष राम पुकार सिन्हा ने कहा कि उच्चतम न्यालय में चल रहा न्यायिक संघर्ष अंतिम पड़ाव पर है। धैर्य व एकजुटता के साथ संघर्ष जारी रखना है। संवाद कार्यक्रम में एक दर्जन से अधिक जिलों के जिला अध्यक्षों व प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सभी ने सांगठनिक लड़ाई की दिशा एवं दशा पर अपने अपने विचार व्यक्त किए। संवाद कार्यक्रम को समस्तीपुर के रामचन्द्र यादव, सुपौल के पंकज ¨सह, अररयिा के प्रशांत कुमार, लखरीसराय के बिपिन बिहारी भारती, मधुबनी जिलाध्यक्ष देवेन्द्र यादव, नवीन कुमार झा, विजय चन्द्र घोष, प्रदीप कुमार ¨सह, सतीश कुमार ¨सह, अमित कुमार ¨सह, बलराम साह आदि ने संबोधिता किया। संचालन शिक्षक जीबछ ¨सह ने की। इससे पूर्व प्रदेष से आए नेताओं ने संवाद कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस मौके पर शिक्षक कृष्ण भूषण कुमार, तेज नारायण ¨सह, संजीव कुमार झा, राम नरेश प्रसाद, श्रवण ठाकुर, गीता सिन्हा, किरण कुमारी, वीणा कुमारी, चन्द्रकला कुमारी, मीणा ¨सह, सुधीर कुमार ¨सह, रामानुज प्रसाद सहित विभिन्न प्रखंडों से बड़ी संख्या में आए हुए शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

UPTET news

Blogger templates