शेखपुरा। नियोजित शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन मुद्दे पर पटना
हाईकोर्ट के आदेश के पर शिक्षक मंत्री के कथित बयान पर नियोजित शिक्षकों ने
शनिवार को बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया।
शिक्षा मंत्री के कथित बयान के खिलाफ जिले के नियोजित शिक्षकों ने पहले तो घंटों डीईओ कार्यालय का घेराव करके वहां का काम-काज ठप कर दिया। बाद में डीईओ कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश मार्च भी निकाला। इस आंदोलन में बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षक तथा शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। शनिवार के इस आंदोलन का नेतृत्व बिहार राज प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री ने किया। इसमें संघ के नेताओं श्रवण कुमार, शंभू कुमार, अनिल ¨सह, राजेंद्र यादव, ज्ञानदेव यादव, शवाना आजमी, सुनीता कुमारी, मीना कुमारी, मंजू कुमारी के अलावे बड़ी संख्या में प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों में काम करने वाले नियोजित शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस आंदोलन में नियोजित शिक्षकों ने राज्य के शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा उन्हें शिक्षकों का दुश्मन बताया। संघ के अध्यक्ष नरेश शास्त्री ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट जाने का बयान देकर शिक्षा मंत्री ने राज्य के चार लाख नियोजित शिक्षकों की भावना को कुचलने का काम किया है। शास्त्री ने कहा कि समान काम के बदले समान वेतन के मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश को आधार बनाकर ही नियोजित शिक्षकों ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर किया था। इसी पर हाईकोर्ट ने नियोजित शिक्षकों को पुराने शिक्षकों की तरह वेतन और अन्य सुविधा देने का आदेश जारी किया है।
शिक्षा मंत्री के कथित बयान के खिलाफ जिले के नियोजित शिक्षकों ने पहले तो घंटों डीईओ कार्यालय का घेराव करके वहां का काम-काज ठप कर दिया। बाद में डीईओ कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश मार्च भी निकाला। इस आंदोलन में बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षक तथा शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। शनिवार के इस आंदोलन का नेतृत्व बिहार राज प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री ने किया। इसमें संघ के नेताओं श्रवण कुमार, शंभू कुमार, अनिल ¨सह, राजेंद्र यादव, ज्ञानदेव यादव, शवाना आजमी, सुनीता कुमारी, मीना कुमारी, मंजू कुमारी के अलावे बड़ी संख्या में प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों में काम करने वाले नियोजित शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस आंदोलन में नियोजित शिक्षकों ने राज्य के शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा उन्हें शिक्षकों का दुश्मन बताया। संघ के अध्यक्ष नरेश शास्त्री ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट जाने का बयान देकर शिक्षा मंत्री ने राज्य के चार लाख नियोजित शिक्षकों की भावना को कुचलने का काम किया है। शास्त्री ने कहा कि समान काम के बदले समान वेतन के मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश को आधार बनाकर ही नियोजित शिक्षकों ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर किया था। इसी पर हाईकोर्ट ने नियोजित शिक्षकों को पुराने शिक्षकों की तरह वेतन और अन्य सुविधा देने का आदेश जारी किया है।