औरंगाबाद। जबतक समान शिक्षा प्रणाली लागू नही होगा तब तक शिक्षा की
गुणवत्ता की परिकल्पना नही की जा सकती है। मानव के लिए जीवन में शिक्षा
महत्वपूर्ण है। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त रखना होगा।
उक्त बातें सोमवार को विधान पार्षद संजीव श्याम ¨सह ने प्रखंड के वृजमोहन उच्च विद्यालय चेई मे अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कहा। एमएलसी ने कहा कि शिक्षकों को वेतनमान देने के मामले में नीतिगत फैसला लेने की जरूरत है। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विमर्श व उनकी सहमति ली जाएगी।कहा कि बिहार में विदेश से लोग आकर शिक्षा ग्रहण करते थे। आज दूसरे राज्यों में जानेपर लोग पूछते हैं कि बिहार में क्या पढ़ाई होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए वे प्रयासरत हैं। बजट का 25 हजार करोड़ शिक्षा पर खर्च होता है। जबकि गुणवत्ता में 26 वें स्थान पर है। यह स्थिति बदलनी होगी।इसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। कहा कि शिक्षकों की अब ग्रे¨डग होगी। विधान पार्षद ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि शिक्षा को व्यापार से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा प्रस्ताव तैयार कर रही है। कहा कि विद्यालयों के लिये भी योजना बननी चाहिए तभी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगी। पूर्व मुखिया सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष बब्लू कुमार ¨सह ने उच्च विद्यालय में कमरा बनाने की मांग की जिसपर विधान पार्षद ने 5 लाख देने की बात कही। अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक सुरजपत ¨सह ने किया। स्कूली बच्चों ने गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिवादन किया। समारोह का संचालन सेवानिवृत प्रधनाध्यापक शिवनारायण ¨सह ने किया। प्रमुख प्रतिनिधि कुंदन ¨सह, सुरेश ¨सह, अरुणजय ¨सह श्रीधर ¨सह, कृष्णा ¨सह, परमानंद त्रिपाठी, जगनारायण पाठक, नकुल देव ¨सह, प्रधुममन्न ¨सह, युगेश्वर यादव, मोहन ¨सह, अवधेश शर्मा, प्रमोद ¨सह,राकेश यादव, यशवंत ¨सह उपस्थित रहे।
उक्त बातें सोमवार को विधान पार्षद संजीव श्याम ¨सह ने प्रखंड के वृजमोहन उच्च विद्यालय चेई मे अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कहा। एमएलसी ने कहा कि शिक्षकों को वेतनमान देने के मामले में नीतिगत फैसला लेने की जरूरत है। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विमर्श व उनकी सहमति ली जाएगी।कहा कि बिहार में विदेश से लोग आकर शिक्षा ग्रहण करते थे। आज दूसरे राज्यों में जानेपर लोग पूछते हैं कि बिहार में क्या पढ़ाई होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए वे प्रयासरत हैं। बजट का 25 हजार करोड़ शिक्षा पर खर्च होता है। जबकि गुणवत्ता में 26 वें स्थान पर है। यह स्थिति बदलनी होगी।इसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। कहा कि शिक्षकों की अब ग्रे¨डग होगी। विधान पार्षद ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि शिक्षा को व्यापार से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा प्रस्ताव तैयार कर रही है। कहा कि विद्यालयों के लिये भी योजना बननी चाहिए तभी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगी। पूर्व मुखिया सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष बब्लू कुमार ¨सह ने उच्च विद्यालय में कमरा बनाने की मांग की जिसपर विधान पार्षद ने 5 लाख देने की बात कही। अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक सुरजपत ¨सह ने किया। स्कूली बच्चों ने गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिवादन किया। समारोह का संचालन सेवानिवृत प्रधनाध्यापक शिवनारायण ¨सह ने किया। प्रमुख प्रतिनिधि कुंदन ¨सह, सुरेश ¨सह, अरुणजय ¨सह श्रीधर ¨सह, कृष्णा ¨सह, परमानंद त्रिपाठी, जगनारायण पाठक, नकुल देव ¨सह, प्रधुममन्न ¨सह, युगेश्वर यादव, मोहन ¨सह, अवधेश शर्मा, प्रमोद ¨सह,राकेश यादव, यशवंत ¨सह उपस्थित रहे।