मुंगेर। अखिल भारतीय प्रारंभिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता नवल किशोर प्रसाद
¨सह शिक्षा विभाग में वर्षों से लंबित शिक्षकों की समस्या के निराकरण को
लेकर आगामी 30 अक्टूबर से शिक्षा विभाग के कार्यालय में धरना पर बैठेंगे।
शिक्षक नेता ने कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था खास्ताहाल हो चुकी है।
बार-बार अनुरोध के बाद भी विभागीय अधिकारी उसपर कार्रवाई नहीं करते हैं। इसके कारण हमने यह निर्णय लिया है कि 30 अक्टूबर से शिक्षा सत्याग्रह पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा आपके द्वार, डीपीईपी सहित अनेकों संस्थाएं शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए देशी तथा विदेशी धन के सहारे कार्य कर रही है, लेकिन सरकार विद्यालयों के भवन, पेयजल, शौचालय, शिक्षकों के पद आदि में लगातार कटौती कर रही है। सरकार को चाहिए कि वह सभी मध्य विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापकों को निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी बनाए, नियोजित शिक्षकों का समायोजन कर सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाए, विद्यालय में पर्याप्त मात्रा में उपस्कर, बिजली, श्यामपट्ट, पंजी आदि की व्यवस्था की जाए। शिक्षकों के पांच महीने से बकाए वेतन मद की राशि शीघ्र जारी की जाय। अनुकंपा शिक्षकों को नियमित शिक्षक की सुविधा दी जाय। छूटे हुए शिक्षकों को उन्नयन का लाभ दिया जाए। इसके साथ ही शिक्षक नेता ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को त्राहिमाम संदेश भेज शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की मांग की।
बार-बार अनुरोध के बाद भी विभागीय अधिकारी उसपर कार्रवाई नहीं करते हैं। इसके कारण हमने यह निर्णय लिया है कि 30 अक्टूबर से शिक्षा सत्याग्रह पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा आपके द्वार, डीपीईपी सहित अनेकों संस्थाएं शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए देशी तथा विदेशी धन के सहारे कार्य कर रही है, लेकिन सरकार विद्यालयों के भवन, पेयजल, शौचालय, शिक्षकों के पद आदि में लगातार कटौती कर रही है। सरकार को चाहिए कि वह सभी मध्य विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापकों को निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी बनाए, नियोजित शिक्षकों का समायोजन कर सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाए, विद्यालय में पर्याप्त मात्रा में उपस्कर, बिजली, श्यामपट्ट, पंजी आदि की व्यवस्था की जाए। शिक्षकों के पांच महीने से बकाए वेतन मद की राशि शीघ्र जारी की जाय। अनुकंपा शिक्षकों को नियमित शिक्षक की सुविधा दी जाय। छूटे हुए शिक्षकों को उन्नयन का लाभ दिया जाए। इसके साथ ही शिक्षक नेता ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को त्राहिमाम संदेश भेज शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की मांग की।