पटना : स्कूल में शिक्षकों की कमी पहले से ही है, लेकिन जो शिक्षक है,
वो भी क्लास लेना नहीं चाहते हैं. इन सब से इतर अब तो शिक्षक
विद्यार्थियों से छुट्टी के पहले ही स्कूल से चले जाने का निर्देश देते
हैं. वहीं, अधिकांश शिक्षक बिना किसी वजह के स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं.
ये सारी गड़बड़ियां निरीक्षण के दौरान पायी गयी. जिला शिक्षा कार्यालय की
ओर से पिछले एक सप्ताह में 50 स्कूलों की जांच की गयी है.
निरीक्षण दल की मानें, तो अधिकांश स्कूलों के छात्रों ने कहा कि दो बजे के बाद शिक्षक छात्रों से कहते हैं कि विषय वार शिक्षक नहीं है, इस कारण अब घर जाओ. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्कूल आवर के दौरान भ्रमण कर विद्यालयों का निरीक्षण करना था. इसके लिए प्रखंड स्तर पर प्रखंड साधनसेवी को लगाया गया था.
निरीक्षण दल की मानें, तो अधिकांश स्कूलों के छात्रों ने कहा कि दो बजे के बाद शिक्षक छात्रों से कहते हैं कि विषय वार शिक्षक नहीं है, इस कारण अब घर जाओ. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्कूल आवर के दौरान भ्रमण कर विद्यालयों का निरीक्षण करना था. इसके लिए प्रखंड स्तर पर प्रखंड साधनसेवी को लगाया गया था.
ये सारी गड़बड़ियां मिलीं
स्कूलों में मासिक तालिका अभी तक नहीं बनी
बिना शैक्षणिक कैलेंडर की होती है पढ़ाई
पुराने रूटीन पर ही शिक्षक पढ़ा रहे
विकास कोष में कितनी राशि है, इसमें स्कूल अपडेट नहीं
लंच आवर यानी दो बजे के बाद शिक्षक खुद छात्रों को स्कूल से
जाने को बोलते हैं
स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित
स्कूलों में प्रयोगशालाओं को अभी तक नहीं खोला गया है. अभी भी
प्रयोगशाला में धूल
स्कूलों की जांच में कई गड़बड़ियां सामने आयी हैं. अधिकांश स्कूलों
में पढ़ाई के नाम पर बस खानापूर्ति की जा रही है. अभी रिपोर्ट तैयार हो रही
है. इसके बाद कार्रवाई की जायेगी.
ठाकुर मनोरंजन प्रसाद, डीइओ
विद्यार्थियों के साथ कैसा हो व्यवहार, सीख रहे शिक्षक
पटना. विद्यार्थियों को पढ़ाई के प्रति रुचि हो, इसकी जिम्मेवारी
शिक्षकों की है. शिक्षक का जैसा व्यवहार होगा, छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन
उसी तरीके का होगा. शिक्षक पढ़ाई के साथ उन चीजों पर भी ध्यान दें, जिसकी
जरूरत एक बच्चे को किशोरावस्था के दौरान होती है. इन तमाम जानकारियों से इन
दिनों प्रदेश भर के शिक्षकों को मोटिवेट किया जा रहा है.
बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित अग्रसर ट्रेनिंग के दौरान हर विषय के शिक्षकों को शामिल किया जा रहा है. यह ट्रेनिंग प्रोग्राम 10 दिनों तक चलेगा. राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, शास्त्री नगर और केवी सहाय उच्च माध्यमिक विद्यालय, शास्त्रीनगर में यह ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है. बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में जहां साइंस के शिक्षकों की ट्रेनिंग चल रही है, वहीं केवी सहाय उच्च विद्यालय में अन्य सभी विषयों की ट्रेनिंग चल रही है.